जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों पद्म पुरस्कारों की घोषणा देर शाम की गयी। 72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पद्म सम्मान से सम्मानित होने वाले लोगों के नामों का ऐलान कर दिया है।
इस सूची में 119 लोगों को पद्म सम्मान मिलेगा। जबकि इसमें 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री पुरस्कार शामिल है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को मरणोपरांत पद्म भूषण दिया जाएगा।
जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे, गायक एसपी बालासुब्रमण्यम (मरणोपरांत), सैंड कलाकार सुदर्शन साहू, पुरातत्वविद बीबी लाल को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।
इसके आलावा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व शिया धर्म गुरु मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक को मरणोपरांत पद्म भूषण दिया जाएगा।
बता दें कि पिछले साल नवम्बर में डॉक्टर कल्बे सादिक का निधन हो गया था। उनके मरणोपरांत सम्मान मिलने की खबर से मुस्लिम समुदाय में खुशी की लहर है। जुबिली पोस्ट ने मौलाना कल्बे सादिक के खास लोगों से बात कर जाना उनको कैसे लगा सम्मान से।
सम्मान मिलने की खबर से मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक का परिवार बेहद खुश है। उनके बेटे कल्बे हुसैन ने बातचीत में कहा कि उनके वालिद साहब इस तरह के अवॉर्ड के हकदार थे।
हालांकि आज भी डॉक्टर कल्बे सादिक सबके दिलों में जिंदा है। कल्बे हुसैन ने कहा कि सरकार को हम शुक्रिया कहेंगे जो उन्होंने इतना बड़ा अवॉड डॉक्टर कल्बे सादिक को देने की सोची है।
लखनऊ के मौलाना यासूब अब्बास ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि डॉक्टर कल्बे सादिक ने शिक्षा और मेडिकल के क्षेत्र में बहुत काम किया था। ऐसे में इतना बड़ा अवॉर्ड मिलना पूरे समाज के फर्क है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर कल्बे सादिक को मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान पूरे कौम के लिए फर्क की बात है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर कल्बे सादिक हमेशा की लोगों के दिलों में अपने काम की वजह से हमेशा जिंदा रहेंगे।
मौलाना सैफ अब्बास ने खास बातचीत में बताया कि सरकार के इस कदम की तारीफ करते हुए कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि डॉक्टर कल्बे सादिक ने हमेशा मानवता की सेवा की है। ऐसे में उनका सम्मान होना चाहिए। सरकार द्वारा मिलने वाला सम्मान हम सब के लिए गौरव की बात है।
उधर बनारस के मौलाना अकील ने कहा कि बेशक यह बड़ा अवॉर्ड है और डॉक्टर कल्बे सादिक इसके हकदार भी थे। हालांकि उनकी जिंदगी इस तरह का अवॉर्ड मिलता तो बेहतर होता।
जहां तक अब उन्हें मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान मिलेगा ये पूरे कौम के लिए खुशी बात है। मौलाना अकील कहते हैं कि डॉक्टर कल्बे सादिक साहब इन अवॉर्डों से काफी ऊपर है। उन्होंने हमेशा मुल्क की भलाई के लिए काम किया।
पद्म विभूषण (7)
1. शिंजो आबे- पब्लिक अफेयर्स, जापान
2. एसपी बालासुब्रमण्यम (मरणोपरांत)-कला, तमिलनाडु
3. डॉक्टर बेले मोनप्पा हेगड़े- मेडिसिन, कर्नाटक
4. श्री नरिंदर सिंह कपनी (मरणोपरांत) साइंस एंड इंजीनियरिंग, USA
5. मौलाना वहीदुद्दीन खान – अध्यात्मवाद (Spiritualism), दिल्ली
6. बीबी लाल- पुरातत्व, दिल्ली
7. सुदर्शन साहू- कला, ओडिशा
पद्म भूषण (10)
8. कृष्णन नायर शांतकुमारी- कला, केरल
9. तरुण गोगोई (मरणोपरांत)- पब्लिक अफेयर्स, असम
10. चंद्रशेखर कंबरा- साहित्य एंव शिक्षा, कर्नाटक
11. सुमित्रा महाजन- पब्लिक अफेयर्स, मध्य प्रदेश
12. नृपेंद्र मिश्र, सिविल सर्विस, उत्तर प्रदेश
13. राम विलास पासवान (मरणोपरांत)- पब्लिक अफेयर्स, बिहार
14. केशुभाई पटेल (मरणोपरांत)- पब्लिक अफेयर्स, गुजरात
15. कल्बे सादिक (मरणोपरांत)- अध्यात्मवाद, उत्तर प्रदेश
16. रजनीकांत देवीदास, उद्योग, महाराष्ट्र
17. तरलोचन सिंह, पब्लिक अफेयर्स, हरियाणा