जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी कोरोना खतरनाक नजर आ रहा है। कोरोना जहां आम इंसानों की लगातार जान ले रहा है तो दूसरी ओर इसकी चपेट में कई बड़े राजनीतिक दल के नेता भी आ रहे हैं।
अब खबर है कि पूर्व मंत्री व सपा के वरिष्ठ नेता और रामपुर के सांसद आजम खान की रविवार को सीतापुर जेल में तबियत अचानक से बिगड़ गई है।
यह भी पढ़ें : कोरोना की वजह से छत्तीसगढ़ के इस जिले में सभी शादियाँ हुईं कैंसिल
यह भी पढ़ें : हवाई अड्डे तक पहुंचा कोरोना संक्रमण
उन्हें आनन-फानन में मेदान्ता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है लेकिन आजम खान की तबीयत बिगडऩे पर आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। 29 अप्रैल को दोनों पिता-पुत्र का एण्टीजन टेस्ट कराया गया था जिसमें दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
इतना ही नहीं उनका ऑक्सीजन लेवल काफी गिर गया है। इसके बाद उन्हें चार लीटर की जगह 10 लीटर ऑक्सीजन देना पड़ रहा है। वहीं उनके बेटे अब्दुल्लाह की तबीयत ठीक बतायी जा रही है। आजम खान का का इलाज क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है।
सीतापुर कारागार के कार्यवाहक अधीक्षक ओमकार पाण्डेय ने आजम खान को लेकर कहा कि उनका ऑक्सीजन लेवल 90 तक पहुंच गया था और उन्हें सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी। इसके बाद उनको लखनऊ लाया जाना था लेकिन आजम खान जाने को तैयार नहीं थे। हालांकि बाद में वो मान गए।
यह भी पढ़ें : महावीर मन्दिर प्रबन्धन ने शुरू किया कोविड अस्पताल
यह भी पढ़ें : कोरोना ने रोक दी भगवान राम पर चल रही एक अहम रिसर्च
आजम खां जी व उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को गंभीर कोरोना संक्रमण के बाद मेदान्ता,लखनऊ में शिफ्ट किए जाने की सूचना है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि आप शीघ्र स्वस्थ हों।#AzamKhan एक बड़े समाजवादी नेता हैं व देश के क़द्दावर नेताओं में से एक हैं, हम उनके लिए बेहतर चिकित्सा की आशा करते हैं।— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) May 10, 2021
पिछले साल 26 फरवरी को जेल भेजे गए आजम खां के खिलाफ 80 मुकदमे दर्ज हैं. उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ भी 40 मुकदमे हैं। तमाम मुकदमों में उनकी जमानत हो चुकी है।
कुछ में अभी जमानत मिलना बाकी है। आजम खां की पत्नी तन्जीन फात्मा को कुछ दिन पहले जमानत पर रिहा कर दिया गया था । आजम खां और उनके बेटे पर फर्जी पैन कार्ड और पासपोर्ट बनवाने का आरोप है. यह मुकदमे वर्ष 2019 में दर्ज हुए थे।