जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारिया जोरो पर है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. को एक साथ लाने की कोशिश में अखिलेश यादव और राहुल गांधी जुटे हुए हैं। विपक्ष का वोट कई टुकड़ों में न बंटे, इसके लिए छोटे दलों को जोड़ने की कोशिश कर रहे है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच 80 लोकसभा सीटों पर समझौता हुआ है।
बता दे कि पिछले दिनों विपक्षी गठबंधन में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन को भी शामिल करने की चर्चा रही। हालांकि, अब एआईएमआईएम की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 5 सीटें मांगी हैं। एआईएमआईएम ने नगीना, आजमगढ़, मुरादाबाद, संभल और आंवला लोकसभा सीटों पर गठबंधन के तहत दावेदारी कर दी है।
यूपी चुनाव 2022 के दौरान एआईएमआईएम ने अखिलेश यादव के माय (मुस्लिम + यादव) समीकरण को गहरी चोट दी थी। करीब दर्जन भर विधानसभा सीटों पर पार्टी ने समाजवादी पार्टी की हार तय कर दी। इस प्रकार के वोट को एकजुट करने की कोशिश हो रही है। हालांकि, असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी महत्वाकांक्षा जाहिर कर दी है। इससे पहले राष्ट्रीय लोक दल विपक्षी गठबंधन का साथ छोड़ चुकी है। वहीं, राज्यसभा चुनाव में सपा को बड़ा झटका लगा है।
पांच सीटें नहीं तो 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे
माना जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन का समर्थन करने वाले तमाम राजनीतिक दलों को समाजवादी पार्टी कोटे से सीट दिए जाने की चर्चा है। प्रदेश के मुस्लिम वोट बैंक को एक पाले में रखने के लिए अखिलेश यादव एआईएमआईएम का साथ लेने की कोशिश करते दिखे हैं। ऐसे में एआईएमआईएम का बड़ा बयान सामने आया है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि अगर उत्तर प्रदेश में पांच लोकसभा सीटें नहीं दी गई तो फिर हम अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे। पार्टी के प्रवक्ता ने पांच सीटों की मांग कर दी है। अगर एसपी की ओर से पांच सीटें नहीं दी गई तो हम 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
आजमगढ़ सीट से शौकत अली चुनाव लड़ेंगे
एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान फरहान ने यह भी कहा कि इसके बाद अगर मतों का बिखराव होगा तो उसकी जिम्मेदारी सपा की होगी। प्रवक्ता ने कहा कि गठबंधन के तहत सीटें मिलने पर नगीना से दलित नेता पवन अंबेडकर और आजमगढ़ सीट से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली चुनाव लड़ेंगे। मुरादाबाद, संभल और आंवला सीट पर बाद में उम्मीदवार तय किया जाएगा।