जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. ज्ञानवापी मस्जिद में किये गए सर्वे में जिस आकृति को लेकर विवादों का बाज़ार गर्म है उस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आल इंडिया मजलिस इत्तेहाद-ए-मुस्लेमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने वायरल वीडियो के फर्जी होने की आशंका जताते हुए कहा है कि अगर वह असली हो तब भी ज्ञानवापी मस्जिद है और मस्जिद ही रहेगी. उसके स्वरूप को बदला नहीं जा सकेगा. ओवैसी ने जयपुर में पत्रकारों से कहा कि देश में 1991 का धर्मस्थल उपासना एक्ट लागू है. इस एक्ट के अनुसार भी ज्ञानवापी 1947 में मस्जिद थी और मस्जिद ही रहेगी.
पत्रकारों ने ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को मन्दिर बताये जाने के मुद्दे पर कहा कि ऐसा बताने वालों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुसलमानों पर चार शादी और ढेरों बच्चे पैदा करने का झूठा आरोप लगाने वालों गोवा में शादी को लेकर क्या क़ानून है उसकी जानकारी भी करनी चाहिए.
ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के बाद उनकी राजस्थान की उन 18 विधानसभा सीटों पर नज़र है जहाँ पर मुस्लिम वोट निर्णायक है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में वह अपनी पार्टी से योग्य उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे और उनके उम्मीदवारों को गहलोत सरकार की नीतियां ही फायदा पहुंचाएंगी. उन्होंने कहा कि राजस्थान में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी मुस्लिम उम्मीदवार योग्य नहीं मिला. मुसलमान इसका जवाब विधानसभा चुनाव में देंगे.
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