जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है. हीट वेव ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है. बताया जा रहा है कि अब तक हीट वेव की वजह से 100 लोगों की मौत प्रदेशभर में हो चुकी है. हालांकि. स्वास्थ्य विभाग हीट वेब से मौतों से इंकार कर रहा है.
यूपी के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉक्टर एके सिंह कहा कहना है कि इलाज के लिए आने वाले अधिकांश मरीजों की शिकायत है कि उन्हें पहले सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और फिर बुखार की शिकायत हुई. हम यूरिन टेस्ट, ब्लड टेस्ट और अन्य टेस्ट करवा रहे हैं.
हीटवेव कई जनपदों में चल रहा है. वहां से ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है. अगर हिट वेव से मौत होती तो आसपास के जनपदों में भी ये हालात होते. किन वजहों से मौत हो रही है और पानी वजह है या क्या वजह है, इसकी जांच होगी. पानी की जांच करने के लिए जलवायु विभाग की टीम भी आएगी.
सीएमओ को झूठा बयान देने के बाद हटा दिया
बलिया के डीएम रविंद्र कुमार के हवाले से लिखा कि सोशल मीडिया इस तरह की खबरें चल रही हैं. पूरी पड़ताल के बाद ही मौतों के बारे में कुछ कहा जा सकता है. अब तक ऐसा कोई कारण और तथ्य सामने नहीं आया है, जिससे कहा जा सके कि मौतें हीटवेब की वजह से हुई हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल के सीएमओ को झूठा बयान देने के बाद हटा दिया गया है.
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जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक का कहना है जिला अस्पताल के सभी कर्मचारी एलर्ट मोड में है. अब तक बीते तीन दिन में 54 मरीजों कि मौत हो चुकि है जबकि तीन दिन में करीब चार सौ मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुए हैं. जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों कि संख्या इस कदर है कि मरीजों को स्टेचर तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और लोग अपने मरीजों को कंधे पर उठाकर इमरजेंसी तक ले जा रहे हैं. इस सवाल पर अपर स्वास्थ्य निदेशक का कहना है एक साथ दस मरीज आ जाएंगे तो थोड़ा टाइम लगेगा, लेकिन स्टेचर है.
यूपी में कहर
यूपी के बलिया के जिला अस्पताल में 400 से अधिक लोगों को भर्ती कराया गया था और 15-17 जून के बीच 54 मरीजों की मौत हुई है. बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जयंत कुमार ने शनिवार को बताया था कि ‘सभी व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से पीड़ित थे और अत्यधिक गर्मी के कारण उनकी स्थिति खराब हो गई थी.’ मौतें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और डायरिया के कारण हुईं.