लल्लन सिंह ने आगे कहा, “विपक्ष एक होकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगा. देश में आज के दिन अघोषित इमरजेंसी लागू है…कोई कुछ नहीं बोल सकता है. कोई अपने जुबान से एक शब्द निकालता है, उस पर तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो जाती है… इसलिए आज विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है. देश को बीजेपी मुक्त बनाने की जरूरत है… विपक्षी एकता इसमें एक अहम भूमिका निभाएगा…”
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में होना है। इस वजह से कांग्रेस से लेकर बीजेपी ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। पूरा विपक्ष एक जुट होकर चुनावी मैदान में लडऩा चाहता है। इस वजह से नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए है।
इसी के तहत बीजेपी के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों की प्रस्तावित बैठक की नई तारीख भी सामने आ गई है। स्थानीय मीडिया की माने तो पटना में 23 जून को सभी राजनीतिक दलों की महाबैठक होने जा रही है। इसकी घोषणा जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह ने की है।
उन्होंने मीडिया को बताया है कि 12 जून को पटना में विपक्षी दलों की एक बैठक आयोजित की गई थी, लेकिन उस दिन कई नेताओं को इसमें शामिल होने पर असुविधा हो रही थी. अब 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक होगी। इस बैठक में विपक्षी के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की बात कही जा रही है।
ललन सिंह ने आगे कहा कि इस मीटिंग में आने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, भाकपा महासचिव डी राजा, सीताराम येचुरी और माले के दीपांकर भट्टाचार्य ने शामिल होने के लिए सहमति दी है।
ललन सिंह के अनुसार सभी दलों में सहमति बन गई है। बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेदारी ली है।
इसके लिए वह एक-एक कर राजनीतिक दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर रहे हैं। केजरीवाल से लेकर शरद पवास से नीतीश कुमार अलग-अलग मुलाकात कर चुके हैं जबकि नीतीश कुमार ने ममता के साथ-साथ अखिलेश यादव के साथ भी बैठक की थी और लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी राय मांगी थी। अब पटना में होने वाली बैठक में क्या फैसला होता है। इसको देखना होगा।