जुबिली न्यूज डेस्क
दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भूमि मुआवजे, विकसित भूखंडों और नौकरियों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने फिर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार अगर 12 फरवरी तक उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे दोबारा नोएडा एक्सप्रेसवे को जाम कर देंगे। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई जाएगी।
कई महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान सरकार द्वारा अधिग्रहित भूखंडों के मुआवजे के रूप में 10% आबादी भूमि और उनकी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी देने वाले कानून की मांग कर रहे हैं। दिल्ली की सीमाओं पर साल भर चले आंदोलन को खत्म करने में MSP पर सरकार के आश्वासन ने अहम भूमिका निभाई थी। भारतीय किसान परिषद के नेता सुखवीर खलीफा ने कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा करने में कोई देरी हुई तो किसान फिर से दिल्ली कूच करेंगे।
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर लगा रहा घंटों जाम
गौरतलब है कि गत गुरुवार को हजारों किसानों के एक्सप्रेसवे पर उतरने से नोएडा में ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। करीब 4 हजार किसान नोएडा और ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की तरफ कूच करने लगे थे। पुलिस ने इन सबको बॉर्डर पर ही रोक लिया था। किसानों के आंदोलन की वजह से नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर घंटों जाम लगा रहा। इसकी वजह से वाहन सवार लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा।