प्रीति सिंह
यह बीजेपी का स्वर्णिम युग है। पिछले पांच सालों में बीजेपी ने राजनीति की परिभाषा बदल दी। यह कहें कि राजनीति का कायाकल्प कर दिया तो गलत नहीं होगा। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनी तो गोवा में दो साल पहले बीजेपी नंबर दो थी और अब नंबर एक की पार्टी बन गई है। सिक्किम में तो बीजेपी ने वो कर दिखाया जिसके बारे में किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। विधानसभा चुनाव में 1.62 फीसद वोट पाने वाली बीजेपी सिक्किम की मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है।
भारत की राजनीति बदल चुकी है। यह मोदी-शाह का युग है। भारतीय राजनीति में कब, क्या हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता। शाह-मोदी भले ही केन्द्र की सत्ता चला रहे हो लेकिन उनकी निगाहे देश के सभी राज्यों के विधानसभा पर हैं। बीजेपी सिर्फ और सिर्फ विधानसभा की गणित पर फोकस है।
जून माह में गोवा और कर्नाटक में क्या हुआ किसी से नहीं छिपा है। कर्नाटक में बीजेपी के वरिष्ठï नेता येदियुरप्पा ने किस तरह कुमारस्वामी सरकार को सत्ता से हटाकर खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे। वहीं गोवा में किस तरह कांग्रेस के 10 विधायकों को अपने खेमे में लाकर बीजेपी गोवा की सबसे बड़ी पार्टी बन गई।
सिक्किम के पूर्व सीएम पवन चामलिंग को बड़ा झटका
अप्रैल 2019 से पहले पूर्व मुख्यमंत्री पवन चामलिंग की पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट सत्ता में थी और बीजेपी उसकी सहयोग पार्टी। दरअसल सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है।
अप्रैल 2019 विधानसभा चुनाव में चामलिंग के 25 साल के राज का अंत हुआ था। चामलिंग सत्ता से बाहर हो गए लेकिन विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी थे। 13 अगस्त को पवन चामलिंग को बड़ा झटका लगा।
चामलिंग की पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 10 विधायकों ने एक साथ बीजेपी में एंट्री कर ली। एसडीएफ के दस विधायकों के दल का नेतृत्व दोरजी शेरिंग लेपचा कर रहे थे।
इस तरह बीजेपी सिक्किम विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है। ये सभी विधायक बीजेपी की सदस्यता लेने के लिए दिल्ली स्थित बीजेपी के हेडक्वार्टर आए थे। इन सभी को बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और महासचिव राम माधव ने सदस्यता दिलाई थी।
गौरतलब है कि सिक्किम विधानसभा में बीजेपी के पास एक भी सीट नहीं थी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी को महज 1.62 फीसद वोट मिला था लेकिन एसडीएफ के 10 विधायकों के आने के बाद अब बीजेपी को मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा मिल गया है।
सिक्किम की स्थिति पर राम माधव ने कहा कि एसडीएफ के दो-तिहाई विधायकों के हमारे साथ आने के बाद हम मुख्य विपक्षी पार्टी बन गए हैं और हम एक रचानत्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
एसडीएफ के 10 विधायकों के भाजपाई होने पर दोरजी शेरिंग ने कहा कि, ‘ये पहली बार हुआ है कि सिक्किम का इतना बड़ा धड़ा एक साथ किसी राष्ट्रीय पार्टी के साथ जुड़ा है। ये राज्य के हित में उठाया गया एक कदम है क्योंकि कोई भी क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय पार्टी पर निर्भर करती है।’
2019 में खत्म हुआ एसडीएफ का 25 साल का राज
अप्रैल 2019 में हुए सिक्किम विधानसभा चुनाव में एसडीएफ के लगातार 25 साल के राज का अंत हुआ था। एसडीएफ के नेता पवन चामलिंग 25 सालों तक सिक्किम के सीएम रहे। सत्ता से बाहर होने से पहले पवन चामलिंग ने पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम ज्योति बसु को पछाड़कर देश के सबसे लंबे वक्त तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। ज्योति बसु 23 साल तक सीएम रहे थे।
सिक्किम के आखिरी विधानसभा चुनाव में एसडीएफ ने 15 सीटें जीती थीं और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने 17 सीटें जीतकर एसडीएफ को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था।
देश के 16 राज्यों में है बीजेपी की सरकार
2014 में केन्द्र में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सत्तासीन हुई। 2014 से बीजेपी का स्वर्णिम दौर शुरु हुआ। देश के 28 राज्यों में 16 राज्यों में भगवा फहरा रहा है।
हालांकि यह आंकड़ा और ज्यादा था लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नवंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी सत्ता से बेदखल हो गई। इस समय उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, उत्तराखंड, बिहार, गोवा, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, असम, अरुणाचल प्रदेश नागालैंड, मेघालय, और कर्नाटक में बीजेपी की सरकार है।
वहीं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की सिर्फ पांच राज्यों में सरकार हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ, पंजाब और पुडुचेरी में कांग्रेस सत्तासीन है।
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