प्रीति सिंह
जितने जोक्स और मीम्स पति-पत्नी पर बनते हैं शायद ही किसी पर बनते हो। अधिकांश जोक्स और मीम्स में पति को बेचारा और प्रताडि़त ही दिखाया जाता है। इनको पढ़कर ऐसा लगता है कि मानो शादीशुदा पुरुष, अबला नारी की जगह आ गया है। पत्नी के अत्याचार से वह डरा और सहमा रहता है। उसकी घर में बिल्कुल नहीं चलती। अक्सर लोग मजाक में यह भी कहते हैं कि उनसे तो एक पत्नी नहीं संभलती, लोग दूसरी-तीसरी शादी कैसे कर लेते हैं।
फिलहाल यह तो हो गई मजाक की बात। दरअसल हमारे देश में जोक्स और मीम्स में ही पति बेचारा होता है, वास्तविक जिंदगी में ऐसा नहीं है। वास्तविक जिंदगी में तो उसकी क्या हैसियत होती है, यह बताने की जरूरत नहीं। जिस देश में पितृसत्तात्मक ढ़ाचा आज भी मौजूद है, वहां बेचारे पति की कल्पना बेमानी है।
यदि पति बेचारे होते तो रोज हजारों की संख्या में दहेज उत्पीड़न और तलाक के मामले दर्ज न होते। हमारे समाज में ऐसे-ऐसे पति है जिनके लिए शादी कोई पवित्र रिश्ता नहीं बल्कि पैसा कमाने का साधन है। वह दहेज के लिए शादी करते हैं और जब नहीं मिलता है तो पत्नी को इतना प्रताड़ित करते हैं कि वह खुद से उसे छोड़ के चली जाए। पहली पत्नी के जाते ही वह दूसरी की तलाश करता है और उसे धोखा देकर उससे शादी करता है। उसके साथ ही भी वह ऐसा ही करता है। वह दहेज के लिए पत्नी को आए दिन पीटता है।
ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु के कोयंबटूर में सामने आया है। एस अरंगन उर्फ दिनेश सूलूर नाम के आदमी को उसकी दो पत्नियों ने उसके आफिस के बाहर पिटाई कर दी। दोनों ने उसकी पिटाई इसलिए की क्योंकि वह तीसरी शादी करने जा रहा था। फिलहाल अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
आरोपी एस अरंगन कोयंबटूर के नेहरू नगर इलाके में रहता है और एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। उसने ढ़ाई साल की अवधि में दो शादी की और तीसरी करने जा रहा था। उसकी पत्नियों को इसकी भनक लगी तो मामला सार्वजनिक हो गया।
दरअसल हुआ यह कि दिनेश ने त्रिपूर जिले के गनपथपलायम की रहने वाली प्रियदर्शिनी से 2016 में शादी की। शादी के बाद ही उसने दहेज के लिए अपनी पत्नी को प्रताडि़त करना शुरु कर दिया। आए दिन उसकी पिटाई भी करता था। फिर क्या, पति की प्रताड़ना से आजिज आकर प्रियदर्शनी अपने माता-पिता के घर चली गई।
प्रियदर्शनी के जाने का दिनेश को कोई मलाल नहीं था। उसने पत्नी को अपने घर बुलाने की जरूरत नहीं समझी। इतना ही नहीं पत्नी के जाते ही एक बेवसाइट के माध्यम से उसने अनुप्रिया नाम की महिला को शादी के लिए तैयार कर लिया। अनुप्रिया तलाकशुदा थी और उसका एक दो साल का बेटा था। दिनेश ने अनुप्रिया से शादी कर ली। उसके साथ भी दिनेश ने वहीं करना शुरु किया जो प्रियदर्शनी के साथ करता था। दिनेश की प्रताड़ना से आजिज आकर अनुप्रिया भी उसे छोड़कर अपने माता-पिता के पास चली गई।
यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट विचार करेगा कि कब बालिग होती है मुस्लिम लड़की?
अनुप्रिया के जाते ही दिनेश ने मेट्रोमोनियल साइट के मार्फत लड़की तलाश करने लगा। वह तीसरी शादी करने जा रहा है, इसकी भनक उसकी पत्नी प्रियदर्शिनी और अनुप्रिया को लगी तो वो दोनों 9 सितंबर को उसके आफिस पहुंच आई। उन दोनों ने दिनेश को बाहर भेजने के लिए कहा तो कंपनी वालों ने मना कर दिया। फिर दोनों वहीं धरने पर बैठ गईं। बाद में जब दिनेश बाहर आया तो दोनों ने मिलकर उसकी पिटाई शुरु कर दी। लोग जब दिनेश को बचाने के लिए आगे आए तो प्रियदर्शनी और अनुप्रिया ने आपबीती बतायी।
यह भी पढ़ें : तो क्या ट्रैफिक जुर्माने के मामले में गुजरात की राह पर चलेंगे बाकी राज्य
अब आप जोक्स और मीम्स वाले पति की तुलना दिनेश से करिए। क्या दिनेश बेचारा पति कहलायेगा। दिनेश जैसे इस देश में लाखों मिल जायेंगे जो धोखे से शादी कर पत्नी को दहेज के लिए प्रताडि़त करते हैं। बहुत कम महिलाएं ही अपने पति की प्रताड़ना के खिलाफ स्टैंड ले पाती है। अधिकांश महिलाएं सामाजिक डर और आर्थिक विपन्नता की वजह से प्रताड़ित होती रहती हैं। उनके पास पति के घर के अलावा कोई ठौर नहीं होता। इसलिए उनकी आपबीती किसी के सामने नहीं आ पाती।
हम सिर्फ अनुप्रिया और प्रिदर्शनी जैसी कुछ ही बहादुर महिलाओं की आपबीती जान पाते हैं, नहीं तो हम तो जोक्स और मीम्स देखकर ही खुश होते रहते हैं कि अब अबला की श्रेणी में महिला नहीं पुरुष आ गया है।
यह भी पढ़ें : तो क्या सच में दिग्विजय सिंह नहीं जानते कि मुहर्रम पर सलामी नहीं दी जाती?
यह भी पढ़ें : ओला-उबर के वजह से आई ऑटो सेक्टर में मंदी