न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश में चल रहे आंदोलन के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। जिस तरह राफेल के मामले में राहुल गांधी ने युद्ध स्तर पर पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार को घेरा था ठीक उसी तरह सीएए, एनआरसी और एनपीआर के मामले में राहुल आक्रामक रूख अपनाए हुए हैं।
पिछले काफी दिनों से राजनीति से दूरी बना रखे राहुल ने नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से ही बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है और लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी के एक-एक बयान पर निशान साध रहे हैं।
राहुल गांधी लगातार बीजेपी और पीएम मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि भारत में कोई निरोध केंद्र नहीं हैं। और इस ही वीडियो में एक निरोध केंद्र के दृश्य हैं, इसलिए आप तय करें कि कौन झूठ बोल रहा है?
इसी के साथ उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में भाग लेने के लिए असम की अपनी यात्रा से पहले, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर से कटाक्ष किया और इसे नोटबंदी 2.0 करार दिया।
राहुल ने NRC और CAA को लेकर कहा कि सरकार का ये कदम गरीब लोगों के लिए नोटबंदी से भी बड़ा झटका साबित होगा। राहुल ने कहा कि सरकार के 15 दोस्तों को कोई कागजात नहीं देना होगा, लेकिन बाकी गरीब लोग इससे बहुत परेशान होंगे और ये कदम नोटबंदी से भी बड़ी झटका साबित होगा।
पार्टी के 135 वें स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि क्या आपने मेरे ट्वीट और निरोध केंद्रों की तस्वीरें देखी हैं। और क्या आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुना? क्या आपको नजरबंदी केंद्र का वीडियो मिला? “सरकार पर और हमला करते हुए उन्होंने कहा,” सीएए और एनआरसी के साथ, सरकार गरीबों को कतारों में खड़ा करना चाहती है और केवल 15 उद्योगपति मित्रों की मदद करना चाहती है।
जानकारी के लिए बता दें कि गुरुवार को राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर व्यक्तिगत हमला करते हुए उन्हें आरएसएस का प्रधानमंत्री बताया और कहा कि आरएसएस का प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं।
RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता हैं ।#JhootJhootJhoot pic.twitter.com/XLne46INzH
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 26, 2019
दरअसल, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक वीडियो भी शेयर की थी। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि ऐसा कोई डिटेंशन कैंप नहीं जिसमें एनआरसी के बाद हिंदुस्तान के मुसलमानों को रखा जाएगा। ये झूठ फैलाया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री जी ने क्या झूठ बोला है? साथ ही राहुल गांधी को झूठों का सरदार करार दिया।
पात्रा ने आगे कहा कि मुझे लगता है राहुल गांधी से अभद्रता और अच्छी भाषा की अपेक्षा करना ही गलत है। भारत की जनता इतनी समझदार है कि वह झूठे और काम करने वाले के बीच में अंतर कर सके। जैसा कि हमारे पास राहुल गांधी के रुप में एक झूठा है वैसे ही पीएम मोदी के रुप में हमारे पास एक काम करने वाला शख्स भी है।