जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में कोरोना काल के बावजूद एक ऐसी शादी हुई जिसमें एक हज़ार से ज्यादा लोग शामिल हुए. मंत्रोच्चार के साथ पंडित ने विवाह सम्पन्न कराया. उत्साहित बाराती घंटों नाचे, शानदार दावत हुई. हिन्दू परम्परा से हुई इस शानदार शादी का बारातियों ने जमकर आनंद लिया. न किसी को शिकायत हुई, न किसी पर भीड़ जमा करने को लेकर कार्रवाई हुई.
रायगढ़ में हुई यह ऐसी शादी थी जिसे लेकर पूरा जिला उत्साहित था. जिसे भी इस शादी का कार्ड मिला वह शादी में शरीक होने की तैयारियों में जुटा था. भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता कृष्णा जायसवाल ने इस शादी के लिए काफी मेहनत की. शादी का मंडप तैयार कराने से लेकर पंडित का इंतजाम करने तक की ज़िम्मेदारी उनकी थी. बड़ी संख्या में सजे-धजे ग्रामीण बाराती बनकर बारात के साथ चल रहे थे. तेज़ संगीत के साथ बजते गानों पर थिरकते बारातियों के साथ बारात तय समय पर मंडप में पहुँची.
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यह बारात दरअसल किसी इंसान की नहीं बल्कि रायगढ़ के लोगों ने एक मेंढक और मेंढकी की शादी रचाई थी. मेंढक को दूल्हा बनाकर बाराती मंडप तक नाचते गाते पहुंचे तो वहां मेंढकी पक्ष बारात के स्वागत के लिए तैयार खड़ा था. चाय-नाश्ता और खाने के बाद पंडित ने मंत्रोच्चार के साथ विवाह सम्पन्न कराया. यह मान्यता है कि जहाँ पर मेंढक और मेंढकी का विवाह सम्पन्न कराया जाता है वहां जमकर बारिश होती है.