जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. तमिलनाडु के करूर जिले में एल.कुमार नाम का एक व्यक्ति अपनी मोपेड पर पटाखों की गठरी लादकर जा रहा था. अचानक से न जाने क्या हुआ कि अचानक से तेज़ धमाके के साथ इस गठरी में विस्फोट हो गया जिससे मोपेड चला रहे व्यक्ति की मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है कि बहुत संभव है कि इन पटाखों का सम्पर्क मोपेड के साइलेंसर से हो गया होगा. गर्म साइलेंसर ने पटाखों में आग लगा दी.
45 वर्षीय एल.कुमार की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इतनी ज्यादा मात्रा में पटाखे लेकर एल. कुमार कहाँ जा रहा था और उसने यह पटाखे कहाँ से खरीदे थे.
देश के कई राज्यों ने बढ़ते प्रदूषण के मद्देनज़र पटाखों पर प्रतिबन्ध लगा दिया है. दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पटाखे बनाने और बेचने पर रोक लगा दी गई है. इन राज्यों में सिर्फ ग्रीन पटाखों को ही बनाया और बेचा जा सकता है. ग्रीन पटाखे प्रदूषण कम फैलाते हैं. ग्रीन पटाखों के चलन में आने के बाद महाराष्ट्र, पंजाब, ओडीशा, पश्चिम बंगाल और असम में भी पटाखे बनाने और बेचने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. तमिलनाडु में पटाखों पर प्रतिबन्ध न होने की वजह से लोग उसे मोपेड और मोटरसाइकिलों पर ही लेकर सफ़र कर रहे हैं. इसकी वजह से कई बार हादसे भी हो जाते हैं.
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