जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। शिवसेना में इस वक़्त घमासान मचा हुआ है। भले ही वहां पर शिंदे गुट ने किसी तरह से नई सरकार बना ली हो लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट में है। शिवसेना किसकी? इस सवाल पर छिड़ी सियासी और कानूनी जंग के बीच उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट अपने- अपने तरीके से असली शिवसेना का दावा जरूर कर रहे है।
दशहरा के अवसर पर उद्धव ठाकरे और शिंदे गुट शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में है। ऐसे में मुंबई के दो मैदानों पर दो रैलियां अनौपचारिक रूप से यह फैसला कर देंगी कि ‘असली शिवसेना’ कौन सी है।
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शिवसेना के दोनों गुटों के नेता शस्त्र पूजा के बाद रात करीब 8 बजे भाषण दे सकते हैं। वही जानकारी मिल रही है उद्धव के बेटे और शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे पहली बार दशहरा कार्यक्रम में भाषण दे सकते हैं।
कहा जा रहा है कि दोनों तरफ से कार्यकर्ताओं का सैलाब उमड़ेगा। बता दे कि शिवसेना किसकी है मामला भले ही भारत निर्वाचन आयोग यानी ECI के पास लंबित है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लगातार अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे हुए है। इतना ही नहीं उनका गुट असली शिवसेना होने का दावा भी कर रही है।
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शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई के बीच उद्वव ठाकरे को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। पहले तो उनकी सरकार चली गई और कई लोगों ने उनका साथ छोडऩा शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि उन विधायकों और मंत्रियों को अपना साथ छोड़ते देखना बेहद तकलीफदेह है, जिन्होंने शिवसैनिकों की वजह से जीत दर्ज की और सब कुछ हासिल किया।