लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण नवनीत सहगल ने कहा कि ‘एक जिला-एक खेल’ योजना के तहत प्रदेश के 64 जिलों में खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है और इन जिलों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का संचालन शुरू हो गया है।
उन्होंने बताया कि इन जनपदों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का संचालन शुरू हो गया है। उन्होंने अन्य शेष बचे जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रशिक्षकों की नियुक्ति जल्द करने को कहा है।
सभी जनपदों में एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रशिक्षकों की नियुक्त के लिए स्वीकृति दी जा चुकी है, ऐसी स्थिति में प्रशिक्षकों की नियुक्ति संबंधी कार्य अविलम्ब सुनिश्चित की जाए।
बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान डा सहगल ने कहा कि सभी जिलों में एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रशिक्षकों की नियुक्त के लिये स्वीकृति दी जा चुकी है। एक जिला एक खेल योजना के अंतर्गत प्रदेश के सभी 75 जिलों में खेलो इण्डिया सेंटर की स्थापना कराई गई है।
इस समय 64 जिलों में प्रशिक्षकों का चयन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है वहीं शेष अम्बेडकरनगर, गोण्डा, झांसी, कानपुर देहात, बदायूं, शाहजहांपुर, उरई जालौन, औरैया, सहारनपुर, कानपुर तथा सुल्तानपुर में प्रशिक्षकों के चयन की कार्यवाही चल रही है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में खेलों को बढ़ावा देने के लिए ब्लाक स्तर पर स्टेडियम बनाये जायेंगे। वर्ष 2017 से लेकर अब तक प्रदेश में 41 स्टेडियम का निर्माण कराया जा चुका है।
अपर मुख्य सचिव, खेल ने कहा कि सरकार का आमजन से जुड़ने का खेल सबसे अच्छा माध्यम है। प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को खेल से जोड़ने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। खेलों को बेहतर बनाने के लिए सभी खेल सुविधाओं की इनवेंटरी बनाई जा रही है।
इनको जीआई टैग कराकर विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कराया जायेगा। शीघ्र ही नई खेल नीति लागू की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 14 गेम्स केे लिए क्षेत्र चिन्हित कर वहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना कराई जायेगी।