जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद बुधवार को स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार को यूपी बीजेपी पद को छोड़ दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दिया है।
आपको बताना चाहेंगे कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में स्वतंत्र देव सिंह को जल शक्ति, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति, सिंचाई एवं जल संसाधन, सिंचाई (यांत्रिक), लघु सिंचाई, परती भूमि विकास, बाढ़ नियंत्रण का जिम्मा सौंपा गया है। ऐसे में पहले ही ये तय हो गया था कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी को छोड़ देंगे और किसी और को दी जायेगी।
हालांकि स्वतंत्र देव सिंह ने बतौर बीजेपी अध्यक्ष तीन साल शानदार काम किया है। उनके इस्तीफे के बाद अब उनके स्थान पर उत्तर प्रदेश में बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा इसको लेकर कयासों का दौर जारी है।
स्वतंत्र देव सिंह का जो भी उत्तराधिकारी होगा, उसी के अगुवाई में यूपी में 2024 के लोकसभा चुनाव भी लड़ा जायेगा। बीजेपी यूपी में नये अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है। बीजेपी को तय करना है कि वो यूपी में ब्राह्मण, दलित या फिर ओबीसी समुदाय पर अपना भरोसा जता सकती है।बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अब बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की जगह नये अध्यक्ष की तलाश भी शुरू कर दी है। बीजेपी से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि पिछली सरकार में कद्दावर मंत्री रहे एक नेता को राज्य में पार्टी की बागडौर सौंपी जा सकती है।
उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के लिए ब्राह्मण समुदाय से जिन नामों पर चर्चा तेज है, उसमें पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, कन्नौज के सांसद एवं प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक, अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम, नोएडा के सांसद डॉ. महेश शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक प्रमुख दावेदार के तौर पर देखे जा रहे हैं। हालांकि बीजेपी इसके आलावा कोई चौंकाने वाला फैसला ले सकती है।