जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। अगले साल देश में चुनाव होना है। लोकसभा चुनाव से पहले देश के कई राज्यों में विधान सभा चुनाव होना है। उनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ काफी अहम माना जा रहा है लेकिन विपक्ष की पूरी नजर लोकसभा चुनाव पर है।
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस में नई जान देखने को मिल रही है तो दूसरी नीतीश कुमार बीजेपी से अलग होकर कांग्रेस के साथ खड़े नजर आ रहे हैं और विपक्षी एकता को मजबूत करने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने पटना में एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है किकहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस को आगे आना चाहिए और विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए।
नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो इंतजार कर रहे हैं. हम तो दिल्ली जाकर दोनों (सोनिया और राहुल) से मिले थे. सलमान खुर्शीद से कहा कि आपके जरिए कांग्रेस नेतृत्व से अपील है कि सब एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीट के नीचे निपट जाएगी. बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं।
पटना में आयोजित CPI-ML के राष्ट्रीय कनवेंशन में सीएम नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री की दावेदारी को लेकर कहा कि नेतृत्व को लेकर मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। हम तो केवल बदलाव चाहते हैं। जो सब तय करें वही होगा। नीतीश ने कहा कि अब कांग्रेस को आगे का फैसला करना चाहिए और विपक्षी एकजुटता में देरी नहीं करनी चाहिए।
बता दे कि जब से नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हुए तब से मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। आलम तो ये हैं कि नीतीश कुमार केंद्र सरकार को घेरने में कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि केंद्र द्वारा इस प्रकार हमारे विकास को बाधित किया जा रहा है। नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र अपनी योजनाओं के आने प्रधानमंत्री का नाम लगाता है।
इससे पूरा श्रेय केंद्र को जाता है। अपनी योजनाओं के लिए फंड की कमी होती है। केंद्र को सभी पिछड़े राज्यों को इसमें छूट देनी चाहिए। बता दें कि नीतीश कुमार इस वक्त बिहार में आरजेडी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं।