- एक दिन में आए 17 मामले
जुबिली स्पेशल डेस्क
कोरोना वायरस भले ही देश में कम हो गया हो लेकिन कोरोना की तीसरी लहर से अब भी इनकार नहीं किया जा सकता है। दरअसल कोरोना की तीसरी लहर का खतरा इसलिए जताया जा रहा है क्योंकि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भी भारत में तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है।
जहां एक ओर भारत में एक या दो मरीज इस नए वेरिएंट ओमीक्रोन की चपेट में थे लेकिन अब इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। जानकारी के मुताबिक अब 21 लोग नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की चपेट में आ गए है।
जयपुर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के नौ मामले सामने आने से दहशत का माहौल बना हुआ है। बताया जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका से लौटे चार लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट पाया गया है। आनन-फानन में उनको आरयूएचएस में भर्ती कराया गया।
इसके साथ उनके साथ संपर्क में पांच लोग आए थे और वो भी ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए है। बताया जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका से लौटे परिवार सहित उनके संपर्क में आए 34 लोगों के नमूने लिए गए थे, जिनमें से नौ लोगों के ओमीक्रोन पाया गया है। हालांकि राहत की बात यह है कि 25 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव बतायी जा रही है।
पांच राज्यों में फैला ओमिक्रोन वेरिएंट
- राजस्थान में नौ मामले
- महाराष्ट्र में आठ मामले
- कर्नाटक में दो मामले
- गुजरात में एक मामला
- दिल्ली में एक मामला
वर्तमान में पूरी दुनिया में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर हलचल है। दक्षिण अफ्रीका और कई अफ्रीकी देशों में मिले कोरोना के नये वेरिएंट की वजह से कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका देशों की यात्रा पर प्रतिबंध भी लगा दिया है। फिलहाल ओमिक्रॉन को लेकर उतना ही भ्रम है जितना शुरू में कोरोना के मामले आने के बाद था। इसको लेकर अभी बहुत कुछ साफ नहीं हो पाया है।
हालांकि WHO ने ओमिक्रॉन को ‘हाई रिस्क’ की श्रेणी में रखा है। अब तक के आंकड़ों के मुकाबले इस वायरस का प्रसार बहुत तेजी से होता है। इसके अलावा वैक्सीन की इम्युनिटी भी इसके सामने डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम प्रभावी है।
24 नवंबर को ओमिक्रॉन के पहले केस सामनेआया था अब तक 38 देशों में नया वेरियेंट फैल चुका है। पूरे वर्ल्ड में ओमिक्रॉन के अबतक करीब 400 मामले सामने आ चुके है। ओमिक्रॉन का पहला केस दक्षिण अफ्रीका में मिला था। जानकारी के मुताबिक यहाँ पर अबतक 183 लोग इस वेरिएंट की चपेट में है।