Olympics Live: बन गया इतिहास, नीरज चोपड़ा ने जीता गोल्ड
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में विजयी होकर टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है।
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलम्पिक के 16वें दिन जैवलिन थ्रो में जोरदार प्रदर्शन करते हुए 87.58 मीटर का भाला फेंकते हुए दिग्गजों को पछाड़ते हुए नया इतिहास कायम किया है। इसके साथ भारत ने टोक्यो ओलम्पिक में पहला स्वर्ण पदक जीत लिया है। इतना ही नहीं भारत के खाते में सातवां मेडल भी आ गया है।
फाइनल में नीरीज के प्रदर्शन पर एक नजर
- पहले प्रयास में 87.03 मीटर फेंका
- दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर फेंका
- तीसरे प्रयास में 76.79 मीटर फेंका
- चौथे प्रयास में फाउल
टोक्यो ओलम्पिक के 16वें दिन जैवलिन थ्रो के फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने पहले प्रयास में नीरज चोपड़ा ने 87.03 मीटर की दूरी का भाला फेंक सबको चौंका डाला है।
इसके साथ ही नीरज पहले दौर के बाद टॉप पर रहे। इतना ही नहीं उन्होंने सभी दिग्गजों को पछाड़ दिया है। इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने 87.58 मीटर की दूरी का भाला फेंका है।
हालांकि तीसरे प्रयास में उनका प्रदर्शन थोड़ा सा कमजोर रहा और नीरज चोपड़ा का तीसरा प्रयास में थ्रो ज्यादा दूर नहीं गया। वह 76.79 मीटर दूर ही भाला फेंक पाए। नीरज का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर रहा है। वह पहले स्थान पर रहे।
वहीं जर्मनी के दिग्गज जोहानेस वेटर टॉप-8 से बाहर हो गए। दरअसल उनके तीन प्रयास में से उनके दो थ्रो फाउल हो गए जिस वजह से उनको मेडल से बाहर होना पड़ा है।
उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 82.52 मीटर का रहा। बता दें कि जोहानेस वेटर गोल्ड मेडल जीतने के प्रबल दावेदार थे। जैवलिन थ्रो के इतिहास में दूसरा सबसे लंबा थ्रो इन्हीं के नाम है। 28 साल के वेटर को निरंतरता के साथ 90 मीटर दूर भाला फेंकने के लिए जाना जाता है लेकिन यहां उनकी एक नहीं चली।
नीरज चोपड़ा के बारे में
नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव के रहने वाले है। उनका जन्म किसान परिवार में 24 दिसंबर 1997 को हुआ है। उन्होंने पहली बार साल 2016 में पोलैंड में हुए आईएएएफ चैंपियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर देश के लिए सोना जीतकर अपना लोहा मनवाया था। इसी प्रदर्शन के बाद उन्हें सेना में अधिकारी नियुक्त कर दिया गया था।
साल 2018 में एशियाई खेलों में नीरज ने 88.06 मीटर दूर भाला फेंक स्वर्ण पदक जीता था। इसके साथ ही एशियाड में भाला फेंक स्पर्धा में भारत ने अब तक सिर्फ दो पदक जीते हैं। नीरज से पूर्व 1982 में गुरतेज सिंह ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। मार्च 2021 में इंडियन ग्रांड प्रिक्स में नीरज ने 88.07 मीटर का थ्रो कर कई रिकॉर्ड को तोड़ा और अब तक उनका सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन था।