न्यूज डेस्क
अकसर ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि किसी भी चुनाव का अनुमान नौकरशाह सबसे बेहतर लगा सकता है क्योंकि वो जमीनी हकीकत के अच्छे जानकार होते है। इन दिनों उत्तर प्रदेश में बीते एक हफ्ते में सेवानिवृत्त से लेकर वर्तमान में कार्यरत नौकरशाह मायावती से मिलने के लिए समय की मांग कर रहे हैं।
मायावती के आवास के एक स्टाफ ने बताया, ‘ये अफसर शिष्टाचार मुलाकात के लिए आ रहे हैं और बहनजी प्रचार नहीं करने वाले दिन इन सभी से मिलती हैं। इन अधिकारीयों में अधिकतर वो है जिन्होंने मायावती के मुख्यमंत्री रहते वक़्त काम किया है। हालांकि, इनमे कुछ अधिकारी नए भी हैं जिनका संबंध बहुजन समाज से है। वे भी उन्हें मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दे रहे हैं।’
मुलाकात करने आए एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने बताया कि, ‘मैंने बहनजी से मुलाकात की है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं चुनावों में अच्छे नतीजों की शुभकामनाएं देने गया था। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) वापसी कर रही है और किसी को शुभकामनाएं देने में कुछ भी गलत नहीं है। आप उस वक्त नेताओं को शुभकामना देने नहीं जाते जब उनके हालात अच्छे नहीं होते।’
नतीजे आने के बाद गुलदस्ता भेजूंगा
वहीं, एक और नौकरशाह बताते हैं कि,‘मायावती के मिजाज का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है और मुलाकात के उद्देश्य को गलत समझे जाने का भी अंदेशा है। मैंने तय किया है कि गुलदस्ता नतीजे आने के बाद भेजूंगा।’ पूर्व में मायावती के नजदीक रह चुके नौकरशाह एग्जिट पोल के नतीजों पर विश्वास करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं।
बीएसपी कर रही वापसी
एक अधिकारी ने कहा, ‘हमें बीजेपी के बारे में तो नहीं पता लेकिन बीएसपी अच्छा करने जा रही है। एग्जिट पोल को अपने हिसाब से बनाया जा सकता है लेकिन नतीजों को नहीं।’ इसके अलावा एक अधिकारी का कहना है कि अगर एग्जिट पोल सही साबित हुए तो भी बीएसपी वापसी कर रही है, जिसके खाते में 2014 में शून्य आया था।