जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। ग्राम पंचायतों को अनियमित रूप से परफार्मेंस ग्रांट देने के मामले में लोकायुक्त जस्टिस संजय मिश्रा से शिकायत की गई है। आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने लोकायुक्त से भेदभाव पूर्ण कार्रवाई की शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि, विजिलेंस की सिफारिश के बाद भी छोटे अफसरों पर ही मुकदमा दर्ज कराया गया है।
उन्होंने बताया कि, विजिलेंस ने विजय किरण आनंद के खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार में मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की थी लेकिन विजिलेंस की सिफारिश के बावजूद विजय किरण आनंद पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। विजय किरण आनंद 18 अप्रैल से 20 दिसंबर 2017 तक डायरेक्टर पंचायती राज थे। वर्तमान में विजय किरण आनंद डीजी शिक्षा के पद पर तैनात हैं।
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बता दें कि राष्ट्रीय पंचायती राज प्रधान संगठन की शिकायत पर 15 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई थी। 23 अप्रैल 2017 को शासन ने जांच के आदेश दिए थे। विजय किरण आनंद ने जांच के आदेश पर भी 30 मई 2017 को सभी बैंकों को धनराशि ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था।
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