न्यूज डेस्क
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आए एक महीने से ज्यादा बीत चुका है। अब सबकी निगाहें राममंदिर निर्माण और उससे जुड़े ट्रस्ट के गठन पर टिकी हुई हैं। लेकिन इस बीच अयोध्या मामले को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल का एक पत्र काफी चर्चा में है।
दरअसल, अयोध्या केस पर फैसले के बाद स्थितियों को नियंत्रण में रखने के लिए केंद्र सरकार ने योगी सरकार की तारीफ की है। एनएसए अजित डोभाल ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक खत लिखा है। इस खत में उन्होंने लिखा, ‘फैसले के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस तरीके से पूरे मामले को हैंडल किया है, वह काबिले तारीफ है।’ अपनी चिट्ठी में अजित डोभाल ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की तारीफ की। हालांकि लैटर 12 दिन पुराना है, लेकिन चर्चाओं में अभी आया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने लैटर लिखते हुए कहा है, ये काबिले तारीफ है कि अयोध्या मामले पर फैसले के बाद पूरे प्रदेश में कहीं कोई तनाव या हिंसा की घटना नहीं हुई। केन्द्र और यूपी की सुरक्षा एजेंसियों के बीच अच्छा तालमेल दिखाई दिया।
वहीं इस मामले को अच्छी तरह से हैंडल करने के लिए मैं योगी सरकार की भी तारीफ करता हूं। साथ ही यूपी के वो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने दिन-रात अलर्ट रहकर अयोध्या ही नहीं पूरे यूपी में एक पत्ता भी नहीं खड़कने दिया।
सीएम योगी के निर्देश पर पहली बार इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर्स का निर्माण किया गया था। इसके तहत जोनवार डेस्क बनाए गए थे, जहां पर फोन कॉल्स, सोशल मीडिया और मीडिया से मिल रही सूचनाओं पर नजर रखी जा रही थी।
वहीं PRV, QRT, PAC, जैसे सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया था। फायर, अभिसूचना, CRPF, GRP, RPF, BSF, SSB, ITBP, CISF के प्रतिनिधियों से लगातार संपर्क बनाए रखा गया था। मोबाइल डाटा टर्मिनल (PRV में लगे), रेडियो, इंटरनेट, satellite फोन, हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो भी तैयार रखे गए थे।
जानकारों के अनुसार सूबे के कई क्षेत्रों में पैरामिलिट्री फोर्स की 60 कंपनियां, आरपीएफ, पीएसी और पुलिस 1200 के कॉन्स्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर्स, 20 डिप्टी सुप्रिटेंडेंट और 20 एसपी तैनात किए गए थे। जगह-जगह डबल लेयर बैरिकेडिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया गया था। इस दौरान ड्रोन कैमरों के जरिए भी निगरानी रखी गई थी। बड़ी बात ये थी कि इस दौरान रामलला के दर्शनों पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई थी।
इससे पहले पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी भी अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दौरान यूपी सरकार और पुलिस की चौकसी को लेकर तारीफ कर चुकी हैं। उन्होंने 28 नवंबर को कहा था कि यूपी पुलिस को इसके लिए मैग्सेसे पुरस्कार मिलने चाहिए।
किरण बेदी लखनऊ में आयोजित 47वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस में कहा था कि, “उत्तर प्रदेश पुलिस तो वैसे ही सराहनीय कार्य करती है, लेकिन अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दौरान यूपी सरकार और पुलिस ने काफी बेहतर काम किया। यूपी पुलिस को इसके लिए मैग्सेसे पुरस्कार मिलना चाहिए। साथ ही प्रयागराज कुंभ के सफल आयोजन पर यूपी पुलिस का पूरी दुनिया में सम्मान बढ़ा है।”