न्यूज डेस्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोवंश प्रेम तो जगजाहिर है, लेकिन गौ- सेवा के लिए बजट न मिलने से चारो ओर हडकंप जरूर मच गया है। चिंता होने लगी है कि अखिर गायों का विकास और उनके पोषण के लिए तैयार की गयी गौशालों का क्या होगा ?
योगी आदित्यनाथ सरकार ने आज बजट 20-21 को विधानसभा में रखा, जिसमे गायों का जिक्र नहीं होने से गाय और गौशाला के पालन- पोषण पर सवाल उठना शुरू हो गया है। इतना ही नहीं पशुपालन विभाग को जो बजट आवंटित किया गया है उसमें केवल मत्स्य पालन की बात की गयी है।
जिसकी वजह से पशुपालन विभाग के आलाधिकारी भी असमंजस की स्थिति में है। विभागीय सूत्रों की परेशानी इस बात को लेकर और भी ज्यादा बढ़ गयी है कि क्या अब गौशालों और वहां के रखरखाव के लिए होने वाले खर्च को अचानक से सरकार ने खत्म कर दिया है?
विभागीय सूत्रों का कहना है कि बजट में गौ- सेवा के लिए बजट अवांटित नहीं किया गया जिसकी वजह से काफी परेशानियां आ सकती है। चिंता व्यक्त करते हुए सूत्र कहते है कि मुख्यमंत्री खुद भी गौ- सेवी है इसके बाद भी ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद करना भी गलतफहमी थी।