जुबिली न्यूज डेस्क
मोदी सरकार से लेकर योगी सरकार के कामकाज पर अक्सर सवाल उठाने वाले भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर हमला किया है।
मंगलवार सुबह भाजपा सांसद ने बैंक और रेलव के निजीकरण को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से बहुत सारे लोगों के रोजगार चले जाएंगे।
बीजेपी नेता वरुण गांधी ने आज ट्वीट कर कहा, ‘केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्तÓ यानि बेरोजगार कर देगा। समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें। सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती।’
यह भी पढ़ें : बिहार में भगवत गीता को लेकर खिंची तलवारें
यह भी पढ़ें : कानपुर में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर भिड़े ACP के गनर और ड्राइवर, जमकर मारपीट
यह भी पढ़ें : बुधवार को उत्तराखंड के सीएम पद की लेंगे शपथ पुष्कर सिंह धामी
केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा।
समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें।
सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 22, 2022
मालूम हो कि इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता यही बात कहकर बीजेपी सरकार को घेरते रहे हैं।
भारत का रेल नेटवर्क दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है। इसमें 13 लाख से अधिक लोग काम करते हैं। बीते साल जब अधिक सवाल उठे तो रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि, रेलवे का निजीकरण कभी नहीं होगा।
यह भी पढ़ें : राजनीतिक उठापटक के बीच इमरान खान की रैली की तैयारी
यह भी पढ़ें : महंगाई की मार : दूध, पेट्रोल-डीजल के बाद अब एलपीजी सिलेंडर हुआ महंगा
यह भी पढ़ें : सीपीएम के सेमिनार में शामिल नहीं होंगे शशि थरूर, जानिए क्यों?
केंद्र सरकार की तरफ से दो सरकारी बैंकों के निजीकरण को लेकर भी विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन किए थे। कांग्रेस का कहना था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था, लेकिन यह सरकार एक-एक करके मर्जर कर रही है। इससे गरीबों को बैंकों का लाभ नहीं मिलेगा। यह काम इसलिए किया जा रहा है ताकि केवल कुछ लोगों को ही बैंकों का फायदा मिले।