- फेसबुक ने शुरु किया व्यापारियों के लिए नया मंच
- फेसबुक पर ऑनलाइन दुकानें खोलने के लिए नहीं लगेगा कोई शुल्क
न्यूज डेस्क
अब फेसबुक से व्यापारी अपना सामान बेच सकेंगे। फेसबुक के नये मंच पर उत्पाद दिखाए भी जा सकेंगे और उसकी लाइव बिक्री भी हो सकेगी। और तो और व्यापारियों को इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा।
कोरोना काल में उत्पाद बेचने के लिए नये-नये प्लेटफार्म तैयार हो रहे हैं। चीन में पिछले दिनों कई प्लेटफार्म के माध्यम से अरबों का सामान ऑनलाइन बेचा गया। अब फेसबुक भी ऐसा ही कुछ करने जा रहा है।
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फेसबुक इंटरनेट पर खरीदारी के लिए एक नया मंच शुरू कर रहा है जिस की मदद से व्यापारी ऐसी ऑनलाइन दुकानें खोल पाएंगे जिन तक फेसबुक या इंस्टाग्राम के जरिए पहुंचा जा सकेगा।
फेसबुक के इस मंच पर इन दुकानों के उत्पाद दिखाए भी जा सकेंगे और उनकी लाइव बिक्री भी हो सकेगी।
मंगलवार 19 मई को यह जानकारी फेसबुक ने एक विज्ञप्ति में दी। फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को कोरोना वायरस संकट के दौरान नुकसान झेल रहे छोटे व्यापारियों की मदद के लिए बनाया गया है।
जुकरबर्ग ने कहा कि कोरोना संकट में कई छोटे व्यापार डूब रहे हैं। उन्हें मालूम नहीं है कि वे इस संकट से अपने व्यापार को कैसे बचा पायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इनमें से कई व्यापारी पहली बार ऑनलाइन जा रहे हैं।
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फेसबुक ने यह जो सेवा शुरु की है उसके लिए व्यापारियों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। जुकरबर्ग ने कहा कि ऑनलाइन दुकान पर लेनदेन होने पर शुल्क जरूर लगेगा, लेकिन फिर भी फेसबुक के लिए कमाई का प्राथमिक जरिया विज्ञापन ही है।
उन्होंने कहा कि फेसबुक की लगभग पूरी की पूरी कमाई विज्ञापनों से ही आती है और खरीददारी का यह नया मंच कंपनी को ग्राहकों के व्यवहार के बारे में जानकारी देगा।
विज्ञप्ति में फेसबुक ने कहा है, “चूंकि सारी गतिविधियां हमारी सेवाओं के बीच ही होंगी, हम ये देख सकेंगे कि आप किस तरह की दुकानों से इंटरैक्ट करते हैं, किस तरह के उत्पादों में आप की दिलचस्पी है, आप क्या खरीदते हैं, इत्यादि”।
जुकरबर्ग ने ये भी कहा कि ये जानकारी उपभोक्ता के फेसबुक पर दोस्तों से साझा करने की कोई योजना नहीं है और सिर्फ उपभोक्ता, उनकी दुकान और फेसबुक तक ये जानकारी उपलब्ध होगी।
फेसबुक के इस कदम पर जानकारों का कहना है कि इस जानकारी से फेसबुक को यह मौका मिल सकता है कि वो सही उपभोक्ताओं तक विज्ञापनों को सीधा पहुंचाने की अपनी क्षमता को और बेहतर कर पाएगा।
हालांकि जानकारों ने यह भी चिंता जताई है कि फेसबुक का इस्तेमाल करने वालों को थोड़ा सतर्क रहने की भी जरूरत है, क्योंकि कंपनी पर पहले भी डाटा के इस्तेमाल को लेकर जनता और दुनिया भर की सरकारों का दबाव पड़ा है और कई देशों में उस पर निजता के उल्लंघन के लिए जुर्माना भी लगा है।