जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक में कांग्रेस की नेतृत्व वाली सरकार है. सरकार ने नीट परीक्षा रद्द करने के बाद एक और बड़ा ङैसला लिया है. दरअसल कर्नाटक सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन के खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिया है. कर्नाटक विधानसभा में जेडीएस व बीजेपी के भारी विरोध के बावजूद इस प्रस्ताव को पारित किया है.
पिछ्ली कैबिनेट मीटिंग में ही नीट को गलत बताते हुए इस परीक्षा से छूट देने और CET सिस्टम को फिर से लागू करने का केंद्र सरकार से आग्रह किया गया था. . सुप्रीम कोर्ट ने नीट पेपर को रद्द करने की मांग को भी ठुकरा दिया है. हर साल लाखों बच्चे नीट एग्जाम में हिस्सा लेते हैं. कर्नाटक से भी इस एग्जाम को देने वाले छात्रों की संख्या हजारों में है.
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‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ प्रस्ताव पारित
बता दे कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ यानी ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के खिलाफ भी प्रस्ताव पारित कर दिया है. कर्नाटक सरकार मान रही है कि ये व्यवस्था लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. बीजेपी की लंबे समय से मांग रही है कि देश में एक बार में चुनाव होने चाहिए, क्योंकि इससे धन और समय की बचत होगी. इस व्यवस्था के विरोधियों का कहना है कि अगर ऐसा होता तो है तो फिर स्थानीय मुद्दे चुनाव के समय राष्ट्रीय मुद्दों के बीच दब जाएंगे.