जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव बेहद करीब है लेकिन इसके बावजूद नेताओं का दल बदलने का खेल भी लगातार जारी है। कौन नेता कब किस पाले में चला जाये ये किसी को पता नहीं है। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पार्टी में इस वक्त सबसे ज्यादा भगदड़ देखने को मिल रह है।
आलम तो ये हैं कि नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला इस पार्टी में ज्यादा देखने को मिल रहा है। इस बीच महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं के दल बदलने सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
शरद पवार गुट वाली एनसीपी के नेता एकनाथ खडसे अपनी पुरानी पार्टी बीजेपी में वापसी करने की तैयारी में हैं जबकि उनकी बेटी पिता की राह पर नहीं चलने का फैसला किया है और एकनाथ खडसे की बेटी रोहिणी खडसे ने शरद पवार की पार्टी में ही रहने का फैसला किया है।
उन्होंने अपना रूख सोशल मीडिया की एक पोस्ट पर किया है। उन्होंने लिखा कि वो शरद पवार गुट की एनसीपी से जुडक़र पार्टी की महिला प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं और और भविष्य में भी इसी पार्टी में रहेंगी।
एकनाथ खडसे ने कहा है कि अगले 15 दिनों में वह बीजेपी में शामिल हो जाएंगे. बीजेपी मेरा घर है. मैं चालीस साल तक बीजेपी में था. मैं कुछ नाराजगी के कारण बाहर था। लेकिन अब मेरी नाराजगी कम हो गई है। इसलिए मैं बीजेपी में दोबारा एंट्री कर रहा हूं. मैं संकट के दौरान समर्थन के लिए शरद पवार का आभारी हूं।
बता दें कि शरद पवार की पार्टी पूरी तरह से टूट चुकी है और उनके भतीजे अजित पवार अपने गुट को लेकर पहले ही अलग हो चुके हैं और इस वजह से शरद पवार पूरी तरह से कमजोर हो गए है और अनुभवी नेताओं के अलग होने से शरद पवार को लोकसभा चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।