जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. भारत और नेपाल को अब ट्रेन के ज़रिये जोड़ने की तैयारी चल रही है. इस साल के आखीर तक भारत-नेपाल रेल परियोजना का काम पूरा हो जाने की उम्मीद है. बिहार के कटिहार रेल मंडल में इस परियोजना पर तेज़ी से काम चल रहा है. रेल अधिकारियों का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से यह परियोजना लेट हुई है वर्ना अब तक दोनों देशों के बीच ट्रेन दौड़ने लगी होती.
जोगबनी से विराटनगर के बीच 18 किलोमीटर दूरी में रेल पटरी बिछाई जानी है. भारतीय क्षेत्र में रेल पटरी बिछाने का काम पूरा भी कर लिया गया है. 400 करोड़ रुपये की यह परियोजना 2021 में ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कोरोना महामारी आ जाने की वजह से नेपाल में भूमि अधिग्रहण का काम बीच में ही छोड़ना पड़ा.
भारत की तरफ से रक्सौल से काठमांडू को जोड़ने का प्रस्ताव है. 136 किलोमीटर लम्बे इस रेलवे ट्रैक को मंजूरी मिलने के बाद इस काम को अगले पांच साल में पूरा कर लिया जायेगा. यह रेलवे ट्रैक बन जाने के बाद भारत और नेपाल के बीच लोगों की आवाजाही में आराम बढ़ेगा. व्यापार बढ़ेगा और चीन का प्रभाव कम होगा. इस पूरी परियोजना का खर्च भारत वहन करेगा.
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