न्यूज डेस्क
भाजपा नेता चिन्मयानंद पर शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा का पता चल गया है। पुलिस ने छात्रा को राजस्थान से बरामद किया है। पुलिस छात्रा को लेकर शाहजहांपुर लेकर आ रही है। फिलहाल अब उम्मीद की जा रही है कि इस मामले की सच्चाई जल्द सबके सामने आयेगी।
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री मंत्री और बीजेपी के नेता स्वामी चिन्मयानंद पर 23 शाहजहांपुर की एक छात्रा ने शोषण का आरोप लगाया था। यह लड़की शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के कॉलेज से एलएलबी कर रही थी। छात्रा का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें उसने ये आरोप लगाया था।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद वह रहस्यमयी तरीके से गायब होगई थी। पुलिस ने चिन्मयानंद के खिलाफ धमकी और अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर लड़की तलाश शुरू कर दी थी। छात्रा की बरामदगी को लेकर यूपी पुलिस ने एक ट्वीट कर जानकारी दी।
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यूपी पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘शाहजहांपुर प्रकरण में यूपी पुलिस ने लड़की को उसके एक मित्र के साथ राजस्थान से बरामद किया। पुलिस के द्वारा अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।’
शाहजहाँपुर प्रकरण में यूपी पुलिस ने लड़की को उसके एक मित्र के साथ राजस्थान से बरामद किया |पुलिस के द्वारा अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है
— UP POLICE (@Uppolice) August 30, 2019
वहीं इस मामले में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि छात्रा को शाहजहांपुर लाया जा रहा है। उसके साथ उसका संजय सिंह नाम का एक दोस्त भी मिला है। दोनों को लखनऊ लाकर पूछताछ की जाएगी। यूपी पुलिस का यह भी दावा है कि छात्रा लापता नहीं थी।
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डीजीपी ने कहा कि छात्रा की लोकेशन राजस्थान में मिली, जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे वहां बरामद कर लिया है। उन्होंने कहा कि चार-पांच दिनों से टीमें लगातार छापेमारी कर रही थी। शुक्रवार को उसका पता मिला। फिलहाल डीजीपी ने पुलिस की कार्रवाई के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार किया है।
गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को छात्रा की लोकेशन दिल्ली में मिली थी। वहां पहुंची पुलिस टीम को पता चला था कि लड़की अपने एक दोस्त के साथ है। पुलिस की सात टीमें लगातार लड़की की तलाश में छापेमारी कर रही थीं।
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तीन बार सांसद और केंद्र में गृह राज्य मंत्री रहने के अलावा चिन्मयानंद ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन और राम मंदिर आंदोलन से भी जुड़े रहे हैं। वह 1999 में जौनपुर से, 1991 में बदायूं से और 1988 में मछलीशहर से भाजपा के टिकट पर लोकसभा के सदस्य थे।
चिन्मयानंद ने शाहजहांपुर में मुमुक्षु शिक्षा संकुल नाम से एक ट्रस्ट ही बनाया जिसके जरिए कई शिक्षण संस्थाओं का संचालन किया जाता है। इनमें पब्लिक स्कूल से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के कॉलेज तक शामिल हैं।
स्वामी चिन्मयानंद 2011 में तब सुर्खियों में आए थे, जब उनके आश्रम में रहने वाली एक लड़की ने उन पर अपहरण और बलात्कार का आरोप लगाया था। हालांकि अप्रैल 2018 में, योगी आदित्यनाथ सरकार ने उनके खिलाफ मामला वापस ले लिया।
अब जब छात्रा को पुलिस ने बरामद कर लिया है तो उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस हाईप्रोफाइल मामले की सच्चाई सबके सामने आयेगी। छात्रा के आरोप में कितनी सच्चाई है यह उसके पास मौजूद साक्ष्य तय करेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि छात्रा क्या विस्फोट करती है।
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