जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की नींव अब फरवरी से भरना शुरू होगी। श्रीराम मंदिर निर्माण तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की हुई दो दिवसीय बैठक में शुक्रवार को निर्णय लिया गया कि राम मंदिर नींव की डिजाइजन मुंबई की एक लैब में बन रही है जो फरवरी में प्रिंट होकर आयेगी, उसी समय राम मंदिर की नींव भरने का काम शुरू हो जायेगा।
बैठक में राम मंदिर निर्माण तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा, महासचिव चम्पत राय एवं वरिष्ठ सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा समेत अन्य सदस्य मौजूद थे। राय ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए 40 फिट का गड्डा खोदकर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
ये भी पढ़े: बातचीत खत्म : न सरकार झुकी न किसान
ये भी पढ़े: CM के जाते ही लोहिया में उपद्रव, छात्रों ने की तोड़फोड़
टाटा और एलएंडटी के इंजीनियरों द्वारा राम मंदिर के नींव की डिजाइन का प्रेजटेंशन मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र समेत ट्रस्ट के पदाधिकारियों सदस्यों के सामने दिया गया जिस पर नींव की डिजाइन को लेकर सहमति बन गयी।
ये भी पढ़े: ऐसे ही नहीं योगी बने सबसे प्रिय मुख्यमंत्री
ये भी पढ़े: UP के क्रिकेटरों ने गंवा दिया बड़ा मौका !
उन्होंने बताया कि राम मंदिर निर्माण की शुरुआत हुई थी तो नींव को लेकर एक प्रयोग असफल हो गया था जिसमें नींव के अंदर की मिट्टी भूरी- भूरी पायी गयी थी। इसको देख करके आईआईटी रुड़की और आईआईटी चेन्नई के विशेषज्ञों ने रिपोर्ट देकर आशंका जतायी थी कि नींव के अंदर की मिट्टी भुरभुरी है जिस पर लंबे समय तक राम मंदिर खड़ा रखना मुश्किल होगा।
राय ने बताया कि विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बाद नींव की खुदाई का काम रोक दिया गया था। अब फरवरी माह में जब डिजाइन बनकर अयोध्या आयेगा तब काम शुरू किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि तब तक मलबा हटाने का काम समाप्त हो चुका होगा और राम मंदिर की नींव का काम शुरू हो जायेगा। नींव की डिजाइन ऐसी होगी और किस तरह नींव की खुदाई शुरू की जायेगी जिससे शताब्दी तक राम मंदिर खड़ा रह सके। इसे लेकर टाटा एलएनटी के इंजीनियर व ट्रस्ट के बीच तालमेल नहीं बैठ रहा था लेकिन अब यह दुविधा भी समाप्त हो चुकी है।
बैठक में श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की गयी। रामलला की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाये रखने के लिए एक खाका भी तैयार किया गया। इस व्यवस्था में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी लेकिन श्रद्धालुओं को रामलला का दर्शन करने में कोई असुविधा नहीं होगी।
ये भी पढ़े: बुंदेलखंड की ग्रामीण आबादी पर क्यों हो रहा ड्रोन सर्वेक्षण
ये भी पढ़े: शिवराज ने इस मामले में एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए