जुबिली न्यूज डेस्क
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद अब अखिलेश के मौसा भी भगवा पार्टी में शामिल होंगे।
भाजपा ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार में एक और सेंध लगा दी है। अब अखिलेश यादव के मौसा ने भी ऐलान कर दिया है कि वह भगवा कैंप में जा रहे हैं।
मुलायम सिंह के साढ़ू और औरैया जिले की बिधूना क्षेत्र से विधायक रहे प्रमोद कुमार गुप्ता एलएस ने कहा कि सपा अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है। पार्टी में अब नेता जी (मुलायम सिंह यादव) और शिवपाल सिंह यादव का कोई सम्मान नहीं बचा है, ऐसी स्थिति में वह अब बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं।
मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव के बहनोई पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता एलएस फिलहाल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के पदाधिकारी हैं।
बुधवार को अपर्णा यादव ने दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। वहीं प्रमोद गुप्ता ने पत्रकारों से कहा कि वह लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
गुप्ता ने आरोप लगाया कि सपा में मुलायम और शिवपाल का कोई सम्मान नहीं है जिससे आहत होकर उन्होने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि पार्टी अब अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है और उसमें जुआ-सट्टा खिलाने वालों व जमीनों पर कब्जा करने वालों को शामिल किया जा रहा है।
पूर्व विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि सपा में मुलायम सिंह व शिवपाल सिंह यादव को प्रताडि़त किया जा रहा है। मुलायम सिंह यादव को विक्रमादित्य मार्ग वाले आवास पर बंधक बना लिया गया है और उन्हें किसी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है।
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उन्होंने आगे कहा-नेता जी के जन्मदिन वाले दिन उन्हें कुछ भी बोलने नहीं दिया गया और माइक छीन लिया गया।
उन्होंने कहा कि जिस दल में नेता जी का ही अपमान होने लगा हो उस दल में रहने का अब कोई मतलब नहीं रह गया है, इसलिए अब वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
क्षेत्र में प्रमोद गुप्ता की पहचान कट्टर सपाई और मुलायम सिंह के अत्यंत करीबी भी मानी जाती रही है। साल 2007 में हुए नगर पंचायत बिधूना के चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिससे नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर पार्टी को अपने जमीनी जनाधार का आइना भी दिखा दिया।
इसके बाद में सपा ने 2012 में हुए विधानसभा के चुनाव में बिधूना क्षेत्र से उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की।
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वहीं अखिलेश से प्रमोद गुप्ता के रिश्ते पर पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रमोद के बिधूना क्षेत्र से सपा विधायक होने के बाद भी इन दोनों के बीच कभी अच्छे संबंध नहीं रहे। अखिलेश से जुड़े क्षेत्र के कार्यकर्ता कभी उन्हें सम्मान देना तो दूर विधायक तक मानने को तैयार नहीं रहे। उल्टे पार्टी मीटिंगों में कई बार उन्हें अपमानित करने का भी प्रयास किया यही कारण था कि एलएस का जुड़ाव शिवपाल सिंह यादव से ज्यादा रहा।
उन्होंने बताया कि पार्टी की उपेक्षा से त्रस्त होकर वह शिवपाल की नई पार्टी प्रसपा में चले गए थे और अभी तक उन्हीं के साथ थे। पिछले दिनों अखिलेश और शिवपाल के मेल पर एलएस ने भी बिधूना से टिकट की उम्मीद पाल रखी थी जिस पर तुषारापात होते देख उन्होंने भाजपा में जाने का फैसला लिया है।