जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार में इंडिया गठबंधन के अंदर सीटों को लेकर घमासान अभी भी जारी है. जहां जेडीयू के तमाम नेता बिहार में 17 सीटों की मांग पर अड़े हैं वहीं वाम दलों और कांग्रेस लगातार जेडीयू की इस मांग पर ऐतराज जता रहे हैं. वहीं अब वामदलों के ऐतराज पर तेजस्वी यादव की प्रक्रिया भी सामने आई है. तेजस्वी यादव ने बिहार में शीट शेयरिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है.
सीट शेयरिंग से जुड़े सवाल पर पटना में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सीट शेयरिंग का मामला हम लोग मिल बैठकर सुलझा लेंगे. मीडिया के सामने थोड़े ने वार्ता होगी. हालांकि जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी व अन्य जेडीयू नेताओं के दावे पर तेजस्वी यादव ने कोई जवाब नहीं दिया. वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के बिहार आने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कोई कहीं भी आ जा सकता है इसमें क्या कहना.
जेडीयू का 17 सीट पर कोई हक नहीं बनता
इस दौरान तेजस्वी यादव ने शिक्षकों को नियुक्ति दिये जाने के मामले पर कहा कि हम लोगों की सरकार की मंशा है कि बिहार के बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा मिले. हम लोग लगातार शिक्षकों को नियुक्त कर रहे हैं. बिहार में लगातार बहाली की जा रही है. शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो रहा है. वैसे जिनको नजर नहीं आ रहा है मत आने दीजिए. बता दें, इससे पहले वाम दल के विधायक रामबली सिंह यादव ने बयान देते हुए कहा कि जेडीयू का 17 सीट पर कोई हक नहीं बनता है. वाम दल को JDU की कराकाट, जहानाबाद, सिवान के साथ आरा और पाटलिपुत्र की भी सीट चाहिए.
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में कांग्रेस, राजद और वाम दल का गठबंधन है. गठबंधन में जेडीयू बाद में आया है, 2019 की बात करें तो BJP के कारण वह सीट जीत पाये थे. 2014 में उनका क्या हाल था सभी जानते हैं, इसलिए उनकी दावेदारी 17 सीट की नहीं बनती है. हमलोगों ने लालू यादव को सीट की मांग के बारे में जानकारी दी, हम लोग जेडीयू से बात नहीं करेंगे, किसी के दावेदारी से कुछ नहीं होता है. 2020 के आधार पर सीट का बंटवारा होनी चाहिए.