स्पेशल डेस्क
हाल के दिनों में यूपी के कई खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर अपनी धमक दिखायी है। हॉकी से लेकर क्रिकेट में यूपी के खिलाड़ी खेलों की दुनिया में डंका बजा रहे हैं। ऐसे में यूपी की और नई प्रतिभाओं को तलाशने का काम भी जोरों पर चल रहा है। खेल विभाग लगातार अपने खिलाडिय़ों को अच्छी सुविधा देने के लिए हर दिन नई योजना बनाता है लेकिन अब स्कूली स्तर पर भी नई प्रतिभाओं को खेल विभाग तैयार करने का जिम्मा उठाने जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक बेसिक स्कूलों में नई प्रतिभाओं को तलाशने के लिए खेल विभाग अब अपनी मदद देगा। इसके लिए खेल विभाग और बेसिक शिक्षा के बीच बैठक भी कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक आरपी सिंह ने भी कहा है कि बेसिक स्कूलों में खेलों को लेकर अच्छा माहौल देने के लिए खेल विभाग तैयार है। खेल विभाग की तरफ बेसिक स्कूलों के बच्चों को अच्छे कोचों के द्वारा ट्रेनिंग दी जायेगी। खेल विभाग और बेसिक स्कूलों के बीच बैठक में कुछ अहम मुद्दो पर बातचीत की गई है। गौरतलब हो कि अभी तक बेसिक स्कूल में खेलों के नाम पर ही खेल कर दिया जाता था।
केवल एक स्पोट्र्स टीचर्स होता जो पीटी आलावा खेल भी कराता था। ऐसे में नई प्रतिभाओं को सामने नहीं लाया जा सकता था। इतना ही नहीं टे्रनिंग के सुविधाओं के अभाव के साथ-साथ खेलों का माहौल भी नहीं मिल पाता था। अब खेल विभाग की मदद से कुछ अच्छी प्रतिभाओं को सामने लाया लाया जा सकता है।
खेल विभाग ऐसी प्रतिभाओं को अच्छे कोच के साथ-साथ अच्छे संसाधन भी दिया जाया गया। इतना ही नहीं अच्छे खिलाडिय़ों को हॉस्ट्रल और स्पोट्र्स कॉलेज के दाखिलों के लिए ट्रायल में हिस्सा लेने का मौका दिया जायेगा।
उधर युवा कल्याण विभाग भी स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए जमीन को देखकर खेलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को खड़ा करेगा।
इतना ही नहीं प्रोफेशनल तरीके से स्कूली बच्चों को ट्रेनिंग भी दी जायेगी। इसके तहत जो भी अच्छी प्रतिभा होगी उसे स्पोट्र्स कॉलेज और हॉस्टल के दाखिला दिलाने में मदद करेगा।
बता दें कि लखनऊ में दो हजार से बेसिक स्कूल है और करीब 1.5 लाख बच्चे हैं। कुल मिलाकर स्कूली स्तर पर अब नई प्रतिभा को खेल विभाग मदद करेगा जिससे यूपी में खेलों को लेकर एक माहौल तैयार होगा।