जुबिली न्यूज डेस्क
यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का सिलसिला जारी है। अमेरिका, यूरोप समेत एशिया के भी कई देश रूस पर कई आार्थिक व व्यवसायिक प्रतिबंध लगा चुके हैं।
अब सिंगापुर ने रूस पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। सिंगापुर ने कहा है कि वो रूस से सामान के आयात को सीमीत करेगा और कुछ रूसी बैंकों पर भी पाबंदी लगाएगा।
इसके अलावा सिंगापुर ने रूस के साथ क्रिप्टोकरेंसी के लेन देन और ऐसे किसी भी वित्त संस्थान को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है जो रूस के सेंट्रल बैंक को सहयोग कर सकते हैं।
इससे पहले सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने संसद में कहा था कि “सिंगापुर का इरादा रूस के खिलाफ उचित प्रतिबंध लगाने के लिए कई समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर काम करना है।”
क्षेत्रीय पड़ोसियों में प्रतिबंधों को लागू करने वाला सिंगापुर पहले देश है। हालांकि, दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संघ (आसियान) के अन्य सदस्य देशों ने रूस की कार्रवाई की निंदा की है।
रूस के खिलाफ जंग जीतेगा यूक्रेन: अमेरिकी विदेश मंत्री
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि उन्हें भरोसा है यूक्रेन रूस के खिलाफ जंग जीतेगा। बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “अगर रूस का इरादा यूक्रेन की सरकार को गिराकर वहां अपने इशारों पर चलने वाली सरकार बनाना है तो 4.5 करोड़ यूक्रेनी इसे स्वीकार नहीं करेंगे।”
विदेश मंत्री ने ये भी कहा, युद्ध शायद वैसा नहीं है जैसा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोचा था। यूक्रेनी सेना की ओर से मिल रही टक्कर से रूस की सेना नौवें दिन भी देश पर कब्जा नहीं कर पाई है।
ब्लिंकन ने कहा, उन्हें भरोसा है कि यूक्रेन जीतेगा, उन्होंने कहा, “समय के साथ, बिल्कुल”।