जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में मुलायम कुनबा अपना अलग रूतबा रखता है। हालांकि एक दौर ऐसा भी आया जब ये परिवार टूटता हुआ नजर आया और शिवपाल यादव ने नाराज होकर अलग राह पकड़ ली।
इसका नतीजा ये हुआ कि समाजवादी पार्टी को सत्ता गवां कर उसका नुकसान उठाना पड़ा लेकिन मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद एक बार फिर समाजवादी पार्टी का कुनबा एक हो गया है।
शिवपाल यादव ने पुरानी बातों को भूलकर अपने भतीजे के साथ रहने का मन बना लिया। डिंपल यादव की जीत के बाद अखिलेश यादव ने खुद अपने चाचा को दोबारा अपनी पार्टी में शामिल कराया।
इतना ही नहीं शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा का विलय सपा में करा दिया। इसके बाद से समाजवादी पार्टी का कुनबा फिर से मजबूत होता दिख रहा है।
अखिलेश यादव ने साथ में ये भी कहा था कि शिवपाल यादव को पार्टी में कोई मजबूत जिम्मेदारी दी जायेगी। हालांकि अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने शिवपाल यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। जिसके बाद ये तय लग रहा है कि शिवपाल यादव का पार्टी में कद बढ़ सकता है। दरअसल प्रो. रामगोपाल यादव ने इच्छा जताई है कि सपा में शिवपाल सिंह को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाए।
इससे संगठन को और मजबूती मिलेगी। रामगोपाल यादव बुधवार को करहल पहुंचे। यहां समाजसेवी तोफान सिंह यादव के आवास पर उन्होंने मीडिया से बात की।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकसभा उपचुनाव पूरे परिवार ने साथ मिलकर लड़ा और जीता भी। मैनपुरी नेताजी की थी और नेताजी की ही रहेगी।
उन्होंने कहा कि शिवपाल सिंह यादव हमेशा से ही नेताजी और सपा के साथ रहे हैं। वे कभी समाजवादी पार्टी से अलग नहीं हुए। 2022 का विधानसभा चुनाव भी शिवपाल सिंह ने सपा से ही लड़ा था और जीते भी थे। रामगोपाल ने इच्छा जताई कि सपा में शिवपाल सिंह को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाए। इससे संगठन को और मजबूती मिलेगी।