जुबिली न्यूज़ डेस्क
पानीपत। नया साल हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों के लिए तोहफा लेकर आई है। जी हां, प्रदेश की प्रमुख जेलों में रेडियो स्टेशन बनाए जाएंगे। कैदी इन रेडियो स्टेशनों को चलाएंगे। वे ही रेडियो जॉकी होंगे और वे ही पत्रकार बनेंगे साथ ही जेल के अंदर की खबरें लोगों तक पहुंचाएंगे।
प्रोजेक्ट के तहत दिसंबर में ऑडिशन लेकर तीनों जिलों की जेलों से 21 कैदियों का चयन किया गया था। इनमें फरीदाबाद जेल की 5 महिला कैदी भी शामिल हैं। इन्हें तिनका तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नंदा ने ट्रेनिंग दी है।
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जेल परिसर में रेडियो स्टेशन स्थापित किया जाएगा। बाहर के लोग इससे नहीं जुड़ सकेंगे। बैरक के बाहर लगे स्पीकर के जरिए रेडियो सुना जाएगा। इसमें रोजाना एक घंटे का कार्यक्रम होगा। इस ऐतिहासिक कदम ‘तिनका- तिनका फाउंडेशन’ को जाता है और पुलिस विभाग भी इस मुहिम में साथ है।
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इसकी शुरुआत अंबाला, पानीपत और फरीदाबाद जेलों से हो रही है। पानीपत के 5, अंबाला के 6 और फरीदाबाद जेल में 10 कैदियों को इसकी ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। इसके अलावा फाउंडेशन की ओर से जेलों में कैदियों के लिए तरह- तरह की प्रतियोगिताएं भी कराई जाती हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा में 19 जेल हैं, जिनमें 3 सेंट्रल और 16 जिला जेल शामिल हैं। फिलहाल हरियाणा की जेलों में कुल 20 हजार 423 कैदी हैं, जिनमें 900 से अधिक महिला कैदी शामिल हैं।
बता दें कि जेल रेडियो की शुरुआत सबसे पहले 2013 में तिहाड़ जेल दिल्ली में हुई थी। 31 जुलाई 2019 को तिनका तिनका ने जिला जेल आगरा में जेल रेडियो की शुरुआत की थी, जो भारत की सबसे पुरानी जेल इमारत में संचालित है।
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