जुबिली न्यूज डेस्क
कुछ दिनों पहले ही मोदी सरकार ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड कर दिया है। सरकार के इस कदम का जहां अधिकांश लोगों ने स्वागत किया था तो वहीं एक तबके ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया था।
फिलहाल अब उद्धव ठाकरे सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर एक अवार्ड देने की घोषणा की है। यह पुरस्कार सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वालों को दिया जाएगा। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज डी पाटिल ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी।
पाटिल ने कहा, “आईटी राज्य मंत्री, महाराष्ट्र के रूप में, मुझे ये घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि एमवीए सरकार ने 20 अगस्त 2021 को स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के नाम पर एक पुरस्कार घोषित किया है। यह अवॉर्ड महाराष्ट्र में आईटी क्षेत्र में उत्कृष्ट संगठनों को प्रोत्साहित करेंगा”।
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एक दूसरे ट्वीट में गृह राज्य मंत्री पाटिल ने कहा कि यह पुरस्कार स्वर्गीय श्री राजीव जी को भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उनके अग्रणी कार्य के लिए एक श्रद्धांजलि होगी।
The award will be a lasting tribute to Late Shri Rajiv Ji for his pioneering work in the technology sector in India. @CMOMaharashtra @AjitPawarSpeaks @Subhash_Desai @nasscom
— Satej (Bunty) D. Patil (@satejp) August 10, 2021
मालूम हो कि टोक्यो ओलंपिक में जब भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रांज जीता तो प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदलकर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम रखने की घोषणा की थी।
मोदी के इस घोषणा के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल सरकार के कदम की आलोचना कर रहे थे। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार ने खेल के बहाने राजनीति करने की कोशिश की है।
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इस मामले में भाजपा की पूर्व सहयोगी और अभी महाराष्ट्र में सरकार की अगुवाई करने वाली शिवसेना ने भी मोदी सरकार की आलोचना की थी। शिवसेना ने कहा था कि सरकार को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड का नाम ना बदलकर, मेजर ध्यानचंद के नाम पर कोई और बड़ा पुरस्कार लाना चाहिए था।
शायद यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार ने राजीव गांधी पर अवॉर्ड लाने की घोषणा कर दी। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की गठबंधन की सरकार है।