सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। कोरोना से बचना है तो घर पर रहना होगा। सरकार लगातार लोगों को घरों पर रहने की अपील कर रही है। लॉकडाउन के दौरान लोगों को परेशानी न हो इसके लिए जरूरी सामान उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
लखनऊ प्रशासन ने कुछ स्टोर्स को जरूरी सामान पहुंचाने के लिए अनुमति दी है। इस दौरान दौरान लोग अपने घर बैठे फोन घुमाकर जरूरी सामान हासिल कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लाखों लोगों के घरों में सामान पहुंचाया गया है।
- इन सामानों को पहुंचाने वाला कोई और नहीं है बल्कि डिलिवरी ब्वॉय है लेकिन दिल्ली में पिज्जा ब्यॉय के कोरोना पॉजिटिव होने की घटना से लोगों को अब इन डिलिवरी ब्वॉय से भी डर लगने लगा है।
- राजधानी में कई ऐसे घर है जिन्होंने 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान तीन लाख से ज्यादा लोगों के घरों पर डिलिवरी ब्वॉय ने दस्तक दी है और लोगों को जरूरी सामान पहुंचाया है।
- इतना ही नहीं ब्रेड के साथ-साथ बेकरी आइटम्स लोगों के घरों पर बेकरी आइटम्स करायी गई है। जानकारी के मुताबिक 40 हजार से ज्यादा लोगों के घरों पर डोर टू डोर डिलीवरी करायी गई है।
दिल्ली में पिज्जा ब्यॉय के कोरोना पॉजिटिव होने से राजधानी लखनऊ के लोग भी घबरा गए और किसी भी तरह का अब ऑनलाइन ऑर्डर करने से पहले दस बार सोच रहे हैं। लोगों के जहन में एक ही सवाल है कि क्या जो डिलिवरी ब्वॉय घर पर सामान देने आया है उसकी जांच की गई या नहीं।
लोगों का कहना है कि होम डिलीवरी करने वालों की कोरोना जांच होनी चाहिए। लोगों की मांग है कि लॉक डाउन में किराना, दूध, सब्जी और फलों की होम डिलीवरी करने वाले लोगों की कोरोना की जांच होनी चाहिए।
डिलिवरी ब्वॉय CMO का क्या कहना है
उधर इस पूरे मामले पर लखनऊ के सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल से जुबिली पोस्ट ने पूछा कि क्या इन डिलिवरी ब्वॉय का कोरोना टेस्ट कराया गया या नहीं, इसपर उनका जवाब बेहद चौंकाने वाला रहा।
उन्होंने कहा कि जरूरत समझेंगे तो जरूर इनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि हॉट स्पॉट इलाके में डिलिवरी ब्वॉय की मॉनीटरिंग की जा रही है।
हॉट स्पॉट वाले स्थानों पर डिलिवरी ब्वॉय की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए उनको पूरी तरह से सुरक्षा दी जा रही है। जो इलाके हॉट स्पॉट नहीं वहां पर है सामान्य तौर पर सामान की डिलिवरी की जा रही है।
डिलिवरी ब्वॉय पर क्या कहते हैं लोग
उत्तर प्रदेश के रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा बताते हैं कि जिला प्रशासन ने लॉक डाउन में सब्जी, फल और किराना के लिये अधिकृत किया गया है। क्या वह कोरोना से मुक्त है ? क्या उनका कोराना वायरस टेस्ट हुआ है? उन्होंने सरकार से गुजारिश की है कि होमडिलीवरी करने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आवश्यक खाद्य सामग्री आपूर्ति करने वाले अधिकृत किये गये लोगों के लिये सरकार की ओर से एक गाइडलाइन जारी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा जिला प्रशासन को चाहिए कि सभी डिलीवरी ब्वॉयज़ से मास्क पहनने और ऑर्डर डिलीवर करने के दौरान सुरक्षा संबंधी चीजों का ध्यान जरूर रखे।
गोमतीनगर के रहने वाले अरूण सिंह बताते हैं कि दिल्ली की घटना से दिल दहल गया है। हालांकि उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में बाहर जाना मना है। ऐसे में ऑन लाइन ऑर्डर करना मजबूरी है लेकिन जब से यह मामला सामने आया है तब से डर लगने लगा है। उन्होंने कहा कि पहले हम सामान किसी डिलिवरी ब्वॉय के हाथों से लेते थे लेकिन अब पहले के मुकाबला डिलिवरी ब्वॉय से सामान लेते समय पूरी तरह से सर्तकता बरतते हैं। उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि जिस जगह से सामान आया है। उन्होंने सुरक्षा के लिए क्या किया है।
प्रदीप गौर कहते हैं कि यह बात सच है कि किसी को कोरोना है उसके माथे पर नहीं लिखा है। दिल्ली में यही हुआ है। सरकार को देखना चाहिए जो लोग इस तरह के काम में लगे हुए उनकी जांच होनी चाहिए। अगर थोड़ी सी भी सतर्कता गई तो दुर्घटना होना तय है। उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ जो लोग खाना बाट रहे थे उनपर सरकार ने रोक लगा दी है।
वहीं जाने-माने रंगकर्मी आनंद प्रकाश शर्मा ने कहा कि मौजूदा समय हो सके तो किसी तरह की होम डिलिवरी से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी को भी कोरोना है तो वो इस वायरस को फैला सकता है। घर पर रहे सुरक्षित रहे। अब किस-किस को रोकेंगे। इसलिए अच्छा है कि जब तक हालात ठीक न हो जाये तब तक बाहर की चीजों से बचे।
डिलिवरी ब्वॉय पर पंकज खरे का मानना है कि जो लोग अपनी दुकाने खोल रहे हैं या फिर लोगों के घरों तक जरूरी सामान को पहुंचा रहे हैं, उनका कोरोना टेस्ट होना चाहिए। अगर इनमें से कोई भी व्यक्ति कोरोना की चपेट में होगा तो कई लोगों को वो दे सकता है। सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए और सख्त कदम उठाना चाहिए।
वहीं लखनऊ के जाने-माने वकील परितोष शर्मा ने कहा कि बाहर की चीजों से अच्छा है कि घर पर रहकर उसे उसे पकाकर खाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में कोरोना से बचने है तो सावधानी बरतनी होगी नहीं तो कोई भी इससे बच नहीं पायेगा।
ऐसा कहा जा रहा है कि घर की चीज खानी चाहिए। इतना ही नहीं अगर कोई चीज ठीक से पक जाती है उसमें खाने में किसी तरह का कोई खतरा नहीं है।
लखनऊ में आठ हजार डिलिवरी ब्वॉय घरों तक पहुंचा रहे जरूरी सामान
बात अगर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की जाये तो पूरे लखनऊ में सामान पहुंचाने के लिए 8 हजार से ज्यादा डिलिवरी ब्वॉय तैनात किए गए है। इन्हीं लोगों की मदद से लोगों के घरों में जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है।
इन इलाकों में मिल रही है सुविधा
गोमतीनगर, जानकीपुरम, इंदिरानगर, रायबरेली रोड, डालीगंज, सरोजनीनगर, कठौता, लालकुआं, राजाजीपुरम, विभूतिखंड, बाजारखाला, बिरहाना, रकाबगंज, चौक, ठाकुरगंज, हजरतगंज, बंदरियाबाग, डालीबाग, गौतमपल्ली, हुसैनगंज, उदयगंज, मशकगंज, सआदतगंज, अशर्फाबाद, अकबरी गेट, चौपटिया, इंदिरानगर, चिनहट, चारबाग, मवैया, कृष्णानगर, एलडीए कॉलोनी, दुबग्गा, तेलीबाग, वृंदावन कॉलोनी, नक्खास, यहियागंज, राजाबाजार अलीगंज, विकासनगर, आशियाना, हिंदनगर, कृष्णानगर, आलमबाग आदि जगहों पर होम डिलीवरी की जा रही है।
लखनऊ में ये लोग कर रहे हैं होम डिलिवरी
लखनऊ में ईजीडे, बिग बाजार, स्पेन्सर्स, फैमिली बाजार, राउन्ड ओ-क्लॉक, स्मार्ट बनिये, विशाल मेगा मार्ट, ग्रोफर इंडिया, बिग बास्केट, मेट्रो होलसेल, बेस्ट प्राइस, स्विगी, जोमैटो, ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को राशन और जरूरी सामानों की डिलिवरी करने की अनुमति दी गई है। इन कंपनियों के इलाके बांटे गए हैं और डिलिवरी करने वालों की संख्या भी तय की गई है।