जुबिली न्यूज डेस्क
यूपी में हाल ही हुए विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुल्डोजर की खूब चर्चा रही थी। योगी की जनसभाओं में बुल्डोजर भी दिखा था।
अब जब योगी सरकार दोबारा सत्ता संभाल चुकी है तो एक बार फिर जिलों का प्रशासन बुल्डोजर मोड में आ गई है।
इसी कड़ी में बांदा विकास प्राधिकरण ने तिंदवारी से पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति पर अपना शिकंजा कस दिया है।
बृजेश प्रजापति चुनाव से ऐन वक्त पहले स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे जिन्हें पार्टी ने तिंदवारी से अपना उम्मीदवार बनाया था पर वह हार गए थे।
यह भी पढ़ें : 25 कांग्रेस विधायकों ने बढ़ायी उद्धव सरकार की मुश्किलें!
यह भी पढ़ें : एक और पार्टी ने छोड़ा साथ, अब क्या करेंगे इमरान खान
यह भी पढ़ें : दिल्ली : सीवर में फंसे 4 लोगों ने तोड़ा दम
यह भी पढ़ें : एयरपोर्ट पर पत्रकार राना अय्यूब को विदेश जाने से रोका गया
चुनाव में बीजेपी के खिलाफ जाना बृजेश प्रजापति को महंगा पड़ गया और उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्राधिकरण द्वारा जारी नोटिस में चार मंजिला मकान और कार्यालय में हुए अवैध निर्माण का ब्यौरा देते हुए सात अप्रैल को पेश होने को कहा गया है।
नोटिस में यह भी कहा गया है कि अगर प्रजापति 7 अप्रैल तक ब्यौरा देने में असफल होते हैं तो यह इमारतें ढहा दी जाएंगी।
जानकारी के अनुसार, बांदा विकास प्राधिकरण ने पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति को बगैर नक्शा पास कराए अवैध निर्माण कराने के मामले में नोटिस थमा दी है।
यह भी पढ़ें : योगी सरकार से SIT ने आशीष मिश्रा की जमानत को चुनौती देने को कहा
यह भी पढ़ें : तेलंगाना के सीएम ने पीएम मोदी से क्या गुहार लगाई?
यह भी पढ़ें : केजरीवाल के घर पर हमला, बैरियर और CCTV तोड़े
बृजेश प्रजापति ने नोटिस को खुद अपने सोशल मीडिया एकाउंट से पोस्ट किया और सरकार पर तंज कसते हुए लोगों को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि इंटरमीडिएट हो 12वीं, पता नहीं ये गृह मंत्री से पूछो, पर पेपर लीक होने की बधाई। जिस पर लोग उन्हें ट्रोल भी करते नजर आ रहे हैं।