न्यूज़ डेस्क
भोपाल। मध्यप्रदेश में फांसी की सजा का प्रावधान होने के बावजूद मासूम बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उज्जैन, भोपाल के बाद अब नरसिंहपुर जिला मुख्यालय पर एक पांच वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। शहर के स्टेशन गंज थानाक्षेत्र में मंगलवार सुबह सेन्ट्रल जेल के पीछे बच्ची गंभीर हालत में मिली है।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को जबलपुर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बच्ची से दुष्कर्म होने की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि बच्ची रात से ही गायब थी। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस अधीक्षक गुरुकरन सिंह ने कहा, ‘स्टेशनगंज थाना क्षेत्र में सोमवार- मंगलवार की रात्रि साढ़े पांच साल की बच्ची से एक अज्ञात व्यक्ति ने दुराचार किया।’
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि स्टेशनगंज थाने से लगे बस अड्डे के पास खाली पड़े मैदान में कुछ परिवार रहते हैं, जहां सोमवार- मंगलवार की रात्रि पीड़िता अपनी छोटी बहन और मां के साथ सोई हुई थी। रात्रि में आरोपी बच्ची को उठाकर ले गया तथा अंडरब्रिज के समीप इमली के पेड़ के नीचे उसके साथ दुराचार किया और उसके बाद उसे वहीं छोड़कर फरार हो गया।
गुरुकरन सिंह के अनुसार मंगलवार की सुबह किसी व्यक्ति से पीड़ित परिजनों को अंडरब्रिज के पास बच्ची के अर्द्धमूच्छित अवस्था में पड़े होने की जानकारी मिली, जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और तत्काल एम्बुलेंस से उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बच्ची की हालत गंभीर होने के कारण उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया है।
घटना की जानकारी लगते ही कलेक्टर दीपक सक्सेना और पुलिस अधीक्षक गुरकरन सिंह मौके पर पहुंचे और बताया कि घटनास्थल से फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) टीम ने साक्ष्य एकत्रित किये। यहां एक पत्थर पर खून लगा मिला। पत्थर सहित मौके से अन्य चीजें साक्ष्य के तौर पर एकत्र की गई हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा मामले की सूक्ष्मता से विवेचना की जा रही है। आरोपी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पुलिस टीमें लगी हुई हैं और उसे जल्द ही पकड़ लिया जायेगा। इस संबंध में अज्ञात आरोपी के खिलाफ भादंवि की धारा 376 (एबी) एवं 363 (अपहरण) के साथ- साथ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, बच्ची के परिजनों ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि उनकी बच्ची को कोई उठा ले गया है तो वे रात्रि करीब तीन बजे स्टेशनगंज थाने पहुंचे, लेकिन वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।