जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना का कहर अब भी जारी है। हालांकि कोरोना को रोकने के लिए वैक्सीन आ गई और लोगों को लगने लगी है।
कोरोना की वैक्सीन को लेकर दुनिया के कई देश काम कर रहे हैं। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी नोवावैक्स ने कोरोना का टीका बनाया और दावा किया है कि उसकी वैक्सीन 90 प्रतिशत से ज्यादा प्रभावी है।
उसने इसके पीछे तर्क दिया है कि उसने अमेरिका में बड़े स्तर पर स्टडी करने के बाद टीके के असरदार होने पर कॉमेंट किया है।
जानकारी के आपको बता दें कि अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स ने पिछले साल अगस्त में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ एक एक डील पर साइन किया था, जिसके तहत 200 करोड़ वैक्सीन की डोज तैयार की जानी थी।
अब कम्पनी कह रही है उसका ये टीका 90 प्रतिशत असरदार है। इसके साथ ही उसने कहा है कि यह भी कहा है कि उसकी वैक्सीन असरदार के साथ-साथ सुरक्षित भी है।
नोवावैक्स टीके ऐसे समय में आ रहा है जब विश्व में वैक्सीन की खपत लगातार बढ़ रही है। नोवावैक्स वैक्सीन डेवलपिंग देशों में वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने की जरूरत को पूरा करने में अहम रोल निभाएगी।
कंपनी की माने तो वह सितंबर के आखिरी तक अमेरिका-यूरोप और अन्य जगहों पर टीकाकरण के लिए मंजूरी लेने की योजना बना रही है और तब तक एक महीने में 10 करोड़ खुराकों का प्रोडक्शन करने में सक्षम है।
नोवावैक्स के चीफ एग्जीक्यूटिव स्टेनली एर्क ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, कि हमारे पहले डोजेस में से कई निम्न और मध्यम आय वाले देशों में जाएंगे और यही हमारा लक्ष्य भी था। कुल मिलाकर इस नई वैक्सीन के आने से कोरोना को पूरी तरह से खत्म करने में पूरी मदद मिल सकती है।
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