जुबिली न्यूज डेस्क
हमारे शरीर के कई अंगों से व्यक्तित्व की पहचान की जाती है। जहां हाथ की रेखाएं भूत और भविष्य बता देती हैं तो वहीं उंगलियों के बीच की दूरी भी कई राज खोलती है।
हस्तरेखा ज्योतिष की मदद से हथेलियों पर बनने वाली रेखाओं और निशानों से किसी भी इंसान के स्वभाव और भविष्य की जानकारी मिलती है।
इसी तरह उंगलियों के बीच में कितना अंतर है, इसकी सहायता से इंसान के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
तर्जनी और मध्यमा उंगली के बीच गैप
अगर किसी व्यक्ति के तर्जनी यानी अंगूठे के पास वाली उंगली और मध्यमा यानी बीच वाली उंगली के बीच खाली जगह दिखती है
तो ऐसे इंसान के विचार स्वतंत्र होते हैं। ये अपने लक्ष्य को लेकर फोकस रहते हैं। इनकी मेहनत का फल इन्हें मिलता है।
लेकिन अगर इन दोनों उंगलियों के बीच गैप ज्यादा है तो इसका मतलब है कि वे मतलबी किस्म के हो सकते हैं।
मध्यमा और अनामिका के बीच दूरी
ऐसा माना जाता है कि किसी भी इंसान के बीच वाली उंगली और अनामिका यानि रिंग फिंगर के बीच खाली जगह नहीं बननी चाहिए।
इन दोनों उंगलियों का सटा होना शुभ होता है, लेकिन जब किसी व्यक्ति के इन दोनों उंगलियों के बीच में दूरी होती है तो माना जाता है कि उसका व्यक्तित्व लापरवाह किस्म का होता है। ऐसे लोग सिर्फ अपने और अपने फायदे के बारे में सोचते हैं।
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अनामिका और सबसे छोटी उंगली के बीच दूरी
यदि किसी इंसान की अनामिका यानि रिंग फिंगर और कनिष्ठा अर्थात सबसे छोटी उंगली के बीच दूरी हो तो उसे अच्छा नहीं माना जाता है।
कहा जाता है कि ऐसे व्यक्ति काफी गुस्सैल स्वभाव के होते हैं। अपना काम पूरा करवाने के लिए ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। लेकिन ऐसे लोग अपने परिवार को भी काफी तरजीह देते हैं। ये अपने परिवार के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं।
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जिनकी उंगलियों के बीच नहीं होता फासला
कई ऐसे लोग भी होते हैं जिनकी उंगलियों के बीच में गैप ही नहीं होता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार जिन लोगो के उंगलियों के बीच में फासला नहीं होता है वे काफी गंभीर स्वभाव के होते हैं।
ऐसे लोग दूसरों के जीवन में दखलंदाजी करना पसंद नहीं करते हैं और गंभीर स्वभाव के होते हैं। वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों की सभी उंगलियों के बीच में गैप होता है उनमें ऊर्जा की कमी नहीं होती है। ऐसे लोग सकारात्मक सोच के मालिक होते हैं।