जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारतीय राजनीति में आम आदमी पार्टी काफी नई है लेकिन जनता के बीच उसकी पकड़ काफी मजबूत है। केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी इस वक्त भारतीय राजनीति में तेजीे से आगे बढ़ रही है।
दिल्ली में उसकी सत्ता है जबकि पंजाब में उसकी सरकार बन चुकी है। ऐसे में आने वाले दिनों उसका अगला लक्ष्य गुजरात चुनाव है। गुजरात में बीजेपी की सरकार है लेकिन वहां पर अब आम आदमी पार्टी अपनी पैठ जमाने में जुट गई है। यहां की 182 विधानसभा सीटों के लिए 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है… जबकि चुनावी नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे. ..
भले ही गुजरात में बीजेपी की सरकार हो लेकिन कांग्रेस के साथ-साथ आम आमदी पार्टी भी चुनौती दे रही है। दिल्ली और पंजाब की तरह गुजरात जीतने का ख्वाब आम आदमी पार्टी देखने लगी है। अरविंद केजरीवाल की मेहनत गुजरात में रंग लाती दिख रही है। इस वजह से वहां पर मुकाबला तीन दलों के बीच कांटे का होने जा रहा है।
आम आदमी पार्टी ने बड़ा दांव खेला है। उसने दिल्ली की तरह गुजरात को लेकर कुछ बड़ी घोषणा कर डाली है। उनमें मुफ्त बिजली, अच्छे स्कूल, अस्पताल, बेरोजगारी भत्ते और महिलाओं को नकदी जैसे वादों ने गुजरात की जनता का भरोसा जीतने की पूरी कोशिश है।
वहीं पत्रकार सेनेता बनेइसुदान गढ़वी को सीएम का उम्मीदवार आप ने बनाया है जिसे लोग गुजरात में खास तव्वजों मिलती दिख रही है।इतना ही नहीं आप पार्टी ने जातिगत समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा हैऔर ओबीसी, ट्राईबल और पाटीदार समुदाय को अपने पाले में लाने के पूरा जोर लगा दिया है। जिसे ‘OTP’ दांव भी कहा जा रहा है।
दरअसल, ओटीपी कहे जाने वाले ओबीसी, आदिवासी और पाटीदार समाज की गुजरात में संख्या ज्यादा है। ये लोग जिसको वोट करते है उनकी सरकार बनने का रास्ता साफ हो जायेगा।
अब देखना होगा कि वहां पर जनता किसको वोट देती है लेकिन इतना तो तय है कि बीजेपी के लिए अब आम आदमी पार्टी भी अच्छी खासी चुनौती साबित होती नजर आ रही है लेकिन कांग्रेस भी वहां पर करिश्मा कर सकती है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि पिछले चुनाव में कांग्रेस वहां पर अच्छी फाइट करती हुई नजर आई थी।