न्यूज डेस्क
नूरजहां, मुन्नी बेगम, रेशमा…जैसी लीजेंडरी गायिकाओं पर पाकिस्तान हमेशा से इतराता रहा है। गायिकी, गजल, मौशिकी के दीवाने पाकिस्तान में ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य मुल्कों में भी हैं। इसीलिए पाकिस्तानी कलाकारों की इज्जत दूसरे मुल्क के लोग भी करते हैं।
हालांकि पाकिस्तान कला को सहेजने में भी कोई कोताही नहीं करता लेकिन अपने महिला कलाकारों को सुरक्षा न दे पाने में नाकाम हो रहा है, इसकी वजह से पाकिस्तान चर्चा में बना हुआ है।
पिछले एक दशक के अधिक समय से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में कलाकार समुदाय और उनमें गायिकाओं को अपने समुदाय में निशाना बनाया जाता है। हालत यह है कि कई गायिकाओं को तो अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। अब सवाल उठाने लगा है कि पाकिस्तान की गायिकाएं अपने ही घर में सुरक्षित क्यों नहीं हैं।
महिला कलाकारों के खिलाफ बढ़ती हिंसा गंभीर
पाकिस्तान में महिला कलाकारों के खिलाफ बढ़ती हिंसा गंभीर मुद्दा बन चुका है। सबसे गंभीर मामला यह है कि ये महिला कलाकार अपने ही घर में असुरक्षित हैं।
सात मई को पाकिस्तान के स्वात जिले में स्थानीय गायक और डांसर मीना खान को उसके पति ने गोली मारकर हत्या कर दी। मीना की हत्या के बहाने से एक बार फिर यह मुद्दा जीवित हो गया।
डांस से अपने करियर की शुरुआत करने वाली 25 साल की मीना खान गायिका भी थीं और स्थानीय स्तर पर एक लोकप्रिय कलाकार समझी जाती थीं। पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी के बीच पैसे का कोई झगड़ा चल रहा था और गायिका के पति शौकत ने रोजे के इफ्तार से चंद मिनट पहले ग़ुस्से में आकर पिस्तौल निकाली और करीब से तीन फायर किए. इसके बाद मीना की वहीं मौत हो गई।
मीना से पहले भी कई गायिकाएं बनी निशाना
मीना से पहले भी पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जो अपने ही परिवार की हिंसा का निशाना बनी हैं। स्वात से ही संबंध रखने वाली पश्तो गायिका गजाला जावेद को उनके पति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वजह थी कि वह चाहते थे कि उनकी पत्नी यह पेशा छोड़ दें।
ऐसा ही कुछ मामला पश्तो की एक और गायिका एमन अदास का था जो पेशावर में अपनी भाइयों के हाथों मार दी गई थीं। बताया जाता है कि एमन को उनके भाइयों ने कई बार चेताया था कि वह कला की दुनिया छोड़ दें लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं थीं।
2018 में सिंगर व एक्ट्रेस रेशमा को उनके पति ने मारी थी गोली
अगस्त 2018 में पाकिस्तानी सिंगर व एक्ट्रेस रेशमा को उनके पति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। रेशमा की मौत की खबर से पाकिस्तान फिल्म इंडस्ट्री सकते में आ गया था। रेशमा पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वां के नौशेरा जिले में अपने भाई के साथ रह रही थीं।
रेशमा का भी अपने पति फैदा खान के साथ लंबे समय से रिश्ता खराब था। रेशमा, फैदा की चौथी पत्नी थीं। उस समय पाकिस्तानी पुलिस ने बताया था कि खैबर पख्तुनख्वां में महिला आर्टिस्ट पर हिंसा का ये 15वां मामला है । इससे पहले 3 फरवरी 2018 में एक्ट्रेस सनबुल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी ।
आखिर वजह क्या हैं
संगीत और संस्कृति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि दुर्भाग्य से अधिकतर महिला कलाकारों के लिए उनकी शोहरत और पैसा उनकी जान का दुश्मन बन जाता है।
खैबर पख्तूनख्वा में बदकिस्मती से कलाकारों को समाज में गंभीर असुरक्षा का सामना करना पड़ता है और उन्हें वह इज्जत और रुतबा नहीं मिलता जो आमतौर पर अन्य लोगों को मिलता है।
जब कलाकार शोहरत की बुलंदियों को छूती है तो सबसे पहले उनसे घर में मांगें बढ़ जाती हैं और अगर वह उनकी उम्मीदों के अनुसार पूरी न हों तो उनका खानदान ही उनका दुश्मन बन जाता है।