जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल दिल्ली की शराब नीति घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर आप नेता मनीष सिसोदिया की कस्टडी पूरी होने के बाद शुक्रवार को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया।
इस दौरान पूछताछ के लिए 7 दिन की हिरासत की मांग की लेकिन उनको सिर्फ पांच 5 दिन की रिमांड का फरमान जारी किया है। इसके साथ ही अब सिसोदिया को 22 मार्च की दोपहर में कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हालांकि मनीष सिसोदिया को एक राहत ये दी है कि वो अपने घरेलू खर्चों के लिए चेक पर हस्ताक्षर करने और जब्त किए गए बैंक खातों के इस्तेमाल कर सकते हैं।
उधर संजय सिंह ने एक बार फिर ईडी पर निशाना साधा है और कहा है ये रिमांड आधारहीन ली गई है। उन्होंने इसके साथ ही ये भी कहा कि मनीष सिसोदिया के साथ आतंकवादी से भी बदतर सलूक किया जा रहा है।
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें अब और ज्यादा बढऩे वाली क्योंकि सीबीआई और ईडी दोनों ने मनीष सिसोदिया पर शिकंजा कस दिया है।
इससे पहले दिल्ली के आबकारी नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मनीष सिसोदिया की रिमांड पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया। अब इस मामले की जमानत पर सुनवाई 21 मार्च को होगी।
ईडी के वकील ने बताया कि शराब की बिक्री का लाइसेंस देने के लिए तय व्यवस्था का भी उल्लंघन हुआ. कार्टेल बनाए गए. चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाया गया।आरोपी से जुड़े CA ने भी कुछ बातों का खुलासा किया है। ईडी ने कहा, सिसोदिया ने जांच में सहयोग नहीं किया।
जज ने सवाल किया कि आप कैसे कह सकते हैं कि 12 प्रतिशत प्रॉफिट मार्जिन की सिफारिश GOM ने की थी. इस पर ईडी ने जवाब में कहा कि एक्साइज कमिश्नर व कुछ और लोगों ने यह बताया है. सेक्रेट्री के बयान से भी इसकी पुष्टि हुई है।