जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार की शाम प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी कि 26 दिसम्बर को लखनऊ के 1090 चौराहे से होने वाली लड़कियों की मैराथन को जिला प्रशासन की अनुमति न मिलने की वजह से स्थगित कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस मैराथन के लिए जिला प्रशासन से अनुमति माँगी थी जिसके जवाब में बताया गया है कि लखनऊ में धारा 144 लगी है. दूसरे हमें पुलिस ने बताया है कि कोविड प्रोटोकाल की वजह से इस तरह के किसी आयोजन को अनुमति नहीं दी जा सकती. साथ ही यह भी बताया गया है कि 26 दिसम्बर को वहां पर दूसरा कार्यक्रम पहले से प्रस्तावित है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि लखनऊ मैराथन को लेकर लड़कियां काफी उत्साहित थीं. लखनऊ और आसपास के जिलों से लड़कियां यहाँ आ रही थीं. हम बगैर परमीशन कार्यक्रम नहीं करना चाहते थे इसलिए हमने पुलिस परमीशन माँगी थी.
सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल उठाया कि 1090 से सिर्फ सात किलोमीटर दूर ठीक मैराथन के प्रस्तावित समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए धारा 144 नहीं है क्या? क्या मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कोरोना का अटैक नहीं होता है? उन्होंने कहा कि इसी स्थान से 19 दिसम्बर को पर्यटन विभाग ने मैराथन दौड़ की थी.
उन्होंने कहा कि यह इस प्रदेश की लड़कियों का कार्यक्रम था, राजनीतिक कार्यक्रम था ही नहीं. लोकतंत्र में ऐसी हरकत शर्मनाक है, मापदंड सबके लिए एक जैसे होने चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मैराथन तो होगी, जगह तय होगी, परमीशन के साथ होगी.
योगी सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अहंकार और दंभ से भरी सरकार है. इसने नैतिकता को ताख पर रख दिया है. लड़कियों और युवाओं का जितना ज्यादा झुकाव कांग्रेस की तरफ है उससे डरकर मैराथन को अनुमति नहीं दी गई है.
उन्होंने कहा कि योगी जी को तय करना है कि क्या यूपी में सिर्फ बीजेपी को ही कार्यक्रम करना है बाकी राजनीतिक दलों को नहीं. क्या कोरोना नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ का नाम सुनकर भाग जाता है. उन्होंने कहा कि हम मीडिया के माध्यम से बीजेपी का मुखौटा हटाएंगे.
यह चुनाव का एजेंडा नहीं है. बीजेपी को अचानक से औरतों की याद क्यों आ गई. दरअसल प्रियंका गांधी ने लड़कियों का मुद्दा उठाया है और बीजेपी को मजबूरन महिलाओं को लेकर कार्यक्रम करना पड़ रहा है.
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