न्यूज़ डेस्क
योगी सरकार की तरफ से विश्विद्यालय और कॉलेजों में मोबाइल इस्तेमाल पर बैन को लेकर चल रही खबरों पर प्रदेश सरकार ने सफाई दी है। इस मामले में उच्च शिक्षा निदेशक उत्तर प्रदेश डॉ वंदना शर्मा ने एक पत्र जारी क्र इन अटकलों पर विराम लगाया है।
उन्होंने पत्र जारी कर कहा है कि महाविद्यालय परिसर में छात्र छात्राओं के मोबाइल प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने को लेकर उच्च शिक्षा निदेशक की तरफ से कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किये गए हैं।
दरअसल, विश्विद्यालय और कॉलेजों में मोबाइल इस्तेमाल पर बैन की खबर सामने आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गयी थी। इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार के इस फैसले को मानसिक पिछड़ापन करार दिया। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा था कि अगर मोबाइल इतना बुरा है तो सीएम योगी आदित्यनाथ को खुद त्याग देना चाहिए।
उप्र की भाजपा सरकार ने यूनिवर्सिटी-कॉलेज में मोबाइल फोन बंद करके अपना मानसिक पिछड़ापन साबित कर दिया है. जिनके बच्चे हैं वे जानते हैं मोबाइल शिक्षार्थियों के रास्ते की सुरक्षा, सूचना व ज्ञान के लिए कितना ज़रूरी है.
अगर मोबाइल बुरा है, तो विरक्त मुखिया जी ख़ुद इसका त्याग कर दें. pic.twitter.com/6VPUVrCiBX
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 18, 2019
इसके अलावा उन्होंने लिखा कि,
‘उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने यूनिवर्सिटी-कॉलेज में मोबाइल फोन बंद करके अपना मानसिक पिछड़ापन साबित कर दिया है। जिन अभिभावकों के बच्चे हैं वे ही जानते हैं मोबाइल शिक्षार्थियों के रास्ते की सुरक्षा, सूचना व ज्ञान के लिए कितना आवश्यक है।’