जुबिली न्यूज़ डेस्क
कृषि बिलों की वजह से एनडीए में फूट पड़ गई है। शिरोमणि अकाली दल एनडीए से अलग हो गया है। 9 दिन पहले हरसिमरत कौर ने मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। अकाली दल ने लोकसभा और राज्यसभा में इन बिलों का विरोध किया। भाजपा और अकाली दल पिछले 22 साल से साथ थे।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि एनडीए के मजबूत स्तंभ शिवसेना और अकाली दल थे। शिवसेना को मजबूरन एनडीए से बाहर निकलना पड़ा, अब अकाली दल निकल गया। एनडीए को अब नए साथी मिल गए हैं, मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं। जिस गठबंधन में शिवसेना और अकाली दल नहीं हैं, मैं उसको NDA नहीं मानता।
गौरतलब है कि अकाली दल के लोकसभा में दो सांसद हैं। वहीं, राज्यसभा में तीन सांसद हैं। जानकारों का कहना है कि इससे दोनों सदनों में एनडीए की स्ट्रेंथ में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। दरअसल, यह बेहद सोची समझी रणनीति के तहत कदम उठाया गया है। पंजाब में भाजपा का ज्यादा वोट बैंक नहीं है। इससे नुकसान की संभावना भी कम है। उधर, कृषि बिलों से अकाली दल को नुकसान होता दिख रहा था। पिछले चुनाव में पार्टी को आप की वजह से बहुत नुकसान हुआ था। पार्टी सीटों के मामले में तीन पर आ गई थी।
I met Devendra Fadnavis yesterday to discuss certain issues. He is a former CM. Also, he's the leader of opposition in Maharashtra & #BiharPolls-in charge of BJP. There can be ideological differences but we are not enemies. CM was aware about our meeting: Sanjay Raut, Shiv Sena pic.twitter.com/6OdXCbWWMt
— ANI (@ANI) September 27, 2020
दूसरी ओर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच शनिवार को मुलाकात हुई है। इस मुलाकात पर सफाई देते हुए संजय राउत ने कहा, ‘मैं कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कल (शनिवार) देवेंद्र फडणवीस से मिला था। वह पूर्व सीएम हैं। इसके अलावा वह महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता हैं और बीजेपी के बिहार चुनाव प्रभारी भी हैं।’ उन्होंने कहा कि हमारे बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। सीएम उद्धव को इस बैठक के बारे में पता था।
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महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी सरकार बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच संभवत: यह पहली मुलाकात है। जानकारी के मुताबिक, देवेंद्र फडणवीस और संजय राउत की मुलाकात मुंबई के एक होटल में हुई थी।
संजय राउत और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात पर बीजेपी ने भी दी है। महाराष्ट्र बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा इस मीटिंग का कोई भी राजनीतिक दृष्टिकोण नहीं था। उन्होंने ट्वीट किया, ‘राउत शिवसेना के मुखपत्र सामना के लिए देवेंद्र फडणवीस का इंटरव्यू करना चाहते थे। बस इसी को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है।’ उपाध्ये ने कहा, ‘फडणवीस ने राउत को इस बात की जानकारी दी थी कि वह बिहार के चुनाव प्रचार से लौट आएंगे तब इंटरव्यू देंगे।’