न्यूज डेस्क
दक्षिण भारत के विवादित धर्मगुरु और खुद को भगवान का अवतार बताने वाले स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के आश्रम से दो बहने गायब हो गई थीं। इस मामले में नया मोड़ आ गया है। गायब हुई दो बहनों में से बड़ी बहन ने पहली बार फोन पर पुलिस से बात की है। उसने पुलिस से कहा है कि वह भारत तभी आएंगी जब उसकी शर्त पूरी की जायेगी।
मालूम हो कि स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के अहमदाबाद के आश्रम ‘सर्वाज्ञपीठम’ से दो बहने गायब हो गई थी। स्वामी नित्यानंद पर दो लड़कियों के कथित अपहरण और उन्हें बंदी बनाने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस 15 दिन से इस मामले की जांच कर रही है।
गायब हुई दोनों बहनों त्रिनिदाद में है। बड़ी बहन ने पहली बार पुलिस से फोन पर बात की है। उसने पुलिस से कहा कि वह और उसकी बहन त्रिनिदाद से भारत तभी आएंगी, जब गिरफ्तार की गई दोनों योगिनियों को छोड़ा जाएगा।
गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में नित्यानंद के आश्रम की दो संचालिकाओं ‘प्राणप्रिया’ और ‘तत्वप्रिया’ को हिरासत में ले लिया है। इन्हीं दोनों को छोडऩे की शर्त गायब हुई बहनों ने रखा है।
इस मामले में अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि, ‘हमने उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से संदेश भेजा और हमसे बात करने को कहा। लड़की ने हमें साउथ कोरिया के प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करके इंटरनेट से फोन किया। उसने बताया कि उसकी उम्र 20 साल है और उसकी बहन भी बालिग है।’
अधिकारी के अनुसार, लड़की ने कहा है कि वे दोनों बहने ना तो भारत आना चाहती हैं और ना ही अपने पिता से मिलना चाहती हैं। दरअसल लड़कियों को डर है कि उनके पिता उनका अपहरण करके उनकी हत्या कर देंगे। हालांकि अधिकारी ने लड़कियों को भारत आने पर और गुजरात हाईकोर्ट में पेश होने पर सुरक्षा देने का वादा किया है।
मालूम हो कि लड़कियों के पिता ने गुजरात हाईकोर्ट में बेटियों को पेश करने के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की हुई है। लड़कियों से पुलिस ने कहा है कि जब तक कि वे राज्य या देश छोड़कर कहीं और नहीं जाती हैं, उन्हें सुरक्षा दी जाएगी।
गौरतलब है कि ये दोनों लड़कियां तमिलनाडु की रहने वाली हैं और इन दोनों के गायब होने पर इनके पिता ने याचिका दायर की थी।
कभी पूरी नहीं कर सकते शर्त : पुलिस
पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़कियों ने जो शर्त रखी है, वह कभी पूरी नहीं की जा सकती है। लड़कियों की मांग है कि दो योगिनियों- हरिणी चेलाप्पन उर्फ मां नित्या प्राणप्रिया नंदा (30) और रिद्धी रविकिरण उर्फ मां नित्या प्रियातत्व नंदा (24) को छोड़ दिया जाए। उनका यह भी कहना है कि उन्हें योगिनियों ने आश्रम में बंधक नहीं बनाया था। लड़कियों ने कहा है कि वे त्रिनिदाद में हैं।
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