जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हालांकि लोकसभा चुनाव में अभी समय है लेकिन 2024 के लिए अभी से विपक्ष ने कमर कस ली है।
कांग्रेस अब पहले से ज्यादा मजबूत लग रही है क्योंकि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनता हुआ नजर आ रहा है।
राज्यों के चुनाव में कांग्रेस अब पहले से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं।
नीतीश कुमार लगातार विपक्ष के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं और उनकी राय भी जान रहे हैं। इतना ही नहीं मोदी को रोकने के लिए नीतीश कुमार हर उस राजनीतिक दल से बात कर रहे हैं जो विपक्ष को मजबूत कर सकता है।
इसी के तहत नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करने मुंबई पहुंचे। इस दौरान शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले ने बिहार के सीएम और डिप्टी सीएम का जोरदार स्वागत किया है। इसके बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से भी खास बात की है। नीतीश कुमार ने कहा कि हम यही चाहते हैं कि देशहित में सभी दल साथ आएं। विपक्षी दल साथ आएंगे तो देश का भला होगा।
साथ आने पर सभी दलों की सहमती बन रही है। हम लोग एक बड़ा गठबंधन बनाने में लगे हुए हैं। शरद पवार को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि केवल अपनी पार्टी के लिए ही नहीं, उन्हें (पवार) पूरे देश के लिए काम करना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या शरद पवार विपक्षी गठबंधन का मुख्य चेहरा होंगे, नीतीश कुमार ने कहा, कि इससे ज्यादा सुखद कुछ नहीं होगा।
मैंने उनसे कहा है कि उन्हें (पवार) न केवल अपनी पार्टी के लिए बल्कि पूरे देश के लिए और अधिक जोश के साथ काम करना है। जितना अधिक विपक्षी दल एक साथ आएंगे, यह देश के हित में उतना ही बेहतर होगा।
अब अगर शरद पवार विपक्ष के चेहरा होते हैं तो कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है। हालांकि मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस भी साथ दे सकती है। इसपर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है लेकिन इतना तय है कि लोकसभा चुनाव में इस बार बीजेपी की राह आसान नहीं होने वाली है।