न्यूज डेस्क
मोदी सरकार के मंत्रिमंडल के गठन के बाद से बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों में खटास आ गई थी। यह खटास तब और बढ़ गई जब आरएसएस की जांच के सरकारी आदेश का पत्र लीक हो गया। जुबानी जंग तेज हो गई। लेकिन इस बीच बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि एनडीए एकजुट है। साथ ही यह भी कहा है कि 2020 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बीजेपी व जेडीयू मिलकर लड़ेंगे।
बीजेपी और जेडीयू के बीच लगातार तल्खी बढ़ती जा रही थी। पहले नीतीश नाराज थे और बाद में बीजेपी। एक-दूसरे से नाराजगी के बीच न तो कभी नीतीश ने अलग चुनाव लडऩे की बात कही और न ही बीजेपी ने। जब मोदी से नीतीश कुमार नाराज थे तब भी उन्होंने मीडिया से कहा था कि आने वाला विधानसभा चुनाव बीजेपी और जेडीयू मिलकर लड़ेगी। बीजेपी के नेता भी कई बार ऐसा बयान दे चुके हैं। ऐसे बयान देने के दौरान बीजेपी और जेडीयू के बीच तल्खी थी।
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फिलहाल इस बार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए अगला विधानसभा चुनाव भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा। एनडीए पूरी तरह एकजुट है। उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में भी एनडीए की शानदार जीत तय है।
डिप्टी सीएम ने महागठबंधन पर साधा निशाना
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने विपक्षी महागठबंधन पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन एक डूबती नाव है, जिसकी सवारी करना कोई नहीं चाहेगा। मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सदन में नही आने को लेकर भी उन्होंने तंज कसा। कहा कि तेजस्वी 17 दिनों से सदन नही आ रहे हैं। सदन को भी पता नहीं चल रहा है कि क्या बात है।
कयासों पर लगा विराम
फिलहाल नीतीश की मौजूदगी में सुशील मोदी के इस बयान के बाद तमाम कयासों पर विराम लग गया, जिसम कहा जा रहा था कि जेडीयू और बीजेपी के बीच दरार पड़ गया है। दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ का जायजा लेने दरभंगा गए थे तो वह वहां आरजेडी विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी से मिलने उनके घर गए। इसके बाद भी तमाम कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन सुशील मोदी के बयान ने तमाम कयासों पर विराम लगा दिया है।